निर्देशक अुनराग कश्यप ने कहा कि वह 'ब्लैक फ्राइडे' जैसी फिल्मों को बनाने से बचना चाहेंगे। इस फिल्म में उन्होंने 1993 मुंबई बम धमाकों को दर्शाया था। निर्देशक ने कहा कि वह फिर से उसी वक्त से नहीं गुजरना चाहते हैं, जिस वक्त से वह फिल्म की रिलीज के दौरान गुजरे थे। कश्यप ने यहां फिल्म बाजार के एक सत्र के दौरान कहा, `हमारे मन में अभी बॉयोपिक बनाने का विचार आया है, क्योंकि इन दिनों इसी का क्रेज है।`उन्होंने कहा, `फिल्मकारों को फिल्म शुरू करने से पहले उसके कारण पहले तैयार करने की जरूरत हैं, क्योंकि लोग जल्द बुरा मान जाते हैं और दावे करने लगते हैं। 'ब्लैक फ्राइडे' की घटना के बाद मैं इससे होकर फिर नहीं गुजरना चाहता।`
निर्देशक की फिल्म 'ब्लैक फ्राइडे' हुसैन जैदी की लिखी किताब 'ब्लैक फ्राइडे : द ट्रू स्टोरी ऑफ बॉम्बे ब्लास्ट्स' पर आधारित है। आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (टाडा) अदालत के फैसले के बाद ही सर्वोच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज की मंजूरी दी। इस पर निर्देशक ने कहा, `जब किताबें इस तरह की घटनाओं का स्वतंत्र रूप से वर्णन कर सकती हैं, तो फिल्में क्यों नहीं? कोई भी किताब पर प्रश्न नहीं करता।`

Friday, November 27, 2015 11:30 IST