कास्ट: कौशिक सेन, रोन्जिनी चक्रवर्ती, सुब्रत दत्त, गौरव चक्रवर्ती, सब्यसाची चक्रवर्ती, सौरासेनी मैत्रा, हृषिता भट्ट, दिब्येंदु भट्टाचार्य
निर्देशक: सायंतन घोष
रेटिंग: *** 1/2
रंगबाज, काली, अभय, द फाइनल कॉल जैसी सुपरहिट सीरीज दने के बाद, अब ज़ी5 ने अपनी नई वेब सीरीज़ लालबाज़ार रिलीज़ कर दी है, इसका टीज़र खुद अजय देवगन ने रिलीज किया था। गुंडों के खेल में कोलकाता पुलिस की मिलीभगत और कुछ जाबांज पुलिसकर्मियों की कहानी पर आधारित लाल बाजार एक एक्शन थ्रिलर पुलिस क्राइम ड्रामा है। 10 एपिसोड की इस वेब सीरीज में कौशिक सेन, ऋषिता भट्ट, सौरांशी मैत्रा, सब्यसाची चक्रवर्ती, दिब्येंदू भट्टाचार्य, सुब्रत दत्ता आदि अपने किरदारों में एकदम सटीक नजर आ रहे हैं। इस सीरीज़ को हिंदी के साथ ही तमिल और तेलुग में भी डब करके रिलीज किया गया है।
'लाल बाजार ' कोलकाता का एक मशहूर रेड लाइट एरिया लाल बाज़ार से होती है जहाँ की एक सेक्स वर्कर की रहस्यमय हालात में मौत हो जाती है, जांच शुरू होती है और पुलिस को मामले में कुछ गड़बड़ नज़र आती है जिसके बाद धीरे ढेरी करके पूरा मामला ही गड़बड़ हो जाता है| आगे जो होता है वो शहर को हिला कर रख देता है| कहानी पुलिसकर्मी और उनके काम करने के तरीके, कोलकाता के ड्रग माफिया, सेक्स रैकेट और हत्यारों के इर्द - गिर्द घूमती है|
लालबाज़ार मर्डर मिस्ट्री, एक्शन, क्राइम, और रोमांच का मिश्रण है जो दर्शकों को इससे जोड़े रखत्ता है। इसके हर सीन में रोमांच बना रहता है जिससे दर्शक का इंटरेस्ट बना रहता है | गाजी, माया घोषाल, शब्बीर अहमद, मीरा दासगुप्ता, फरज़ाना जैसे किरदार सीरीज़ में सस्फेंस हर समय बना कर रखते हैं, जिससे कहानी और और भी धमाकेदार हो जाती है।
लाल बाज़ार के मुख्य किरदार सुरंजन सेन के रूप में कौशिक सेन एक सख्त पुलिस कमिश्वर की भूमिका में लोगों को काफी एंटरटेन करते हैं । सुब्रत दत्ता और दिब्येंदु भट्टाचार्य जैसे प्रतिभावान कलाकारों का सीरीज़ के डायरेक्टर सयंतन घोष ने सही तरीके से उपयोग किया है। रोंजिनी चक्रवर्ती का फरज़ाना के रूप में किरदार भी आपको पसंद आएगा|
लाल बाज़ार बनाकर सयंतन घोषाल ने ये साबित कर दिया है कि, वाकई में उनकी फिल्मे सस्पेंस और थ्रिल से भरपूर होती हैं। ज़बरदस्त स्क्रीनप्ले की वजह से सारे कलाकार अपने किरदार में एकदम फरफेक्ट हैं। सीरीज़ का बैकग्राउंड म्यूज़िक इतना धमाकेदार है कि हर सीन में सस्पेंस और रोमांच बना रहता है |
ज़ी5 की इस 10 एपिसोड की सीरीज़ का हर एपिसोड लगभग 40 मिनट का है और सामान्य भाषा का इस्तेमाल हर एक एपिसोड को और भी ज्यादा मनोरंजक बनाता है |
कुल मिलाकर 'लालबाज़ार' कोलकाता को एक अलग नजरिये से दिखाती है, जो दर्शक की रुचि बना कर रखती है | सायंतन घोष की ये सीरीज़ एक मज़बूत सस्पेंस-थ्रिलर है जो थ्रिल लवर्स को ज़रूर पसंद आएगी |

Saturday, June 27, 2020 12:01 IST