गर्लफ्रेंड: जानू कल मेरा बर्थडे है, मुझे क्या गिफ्ट दोगे?
पप्पू: क्या चाहिए?
गर्लफ्रेंड: रिंग (Ring)।
पप्पू: रिंग दूंगा पर उठाना मत, बैलेंस बहुत कम है।

संता और बंता शराब पीकर क्रिकेट मैच देख रहे थे। और तभी युवराज ने सिक्सर मारा।
संता बोला, "अरे वाह, क्या गोल मारा है"।
बंता: अरे गोल इसमें नहीं क्रिकेट मैच में होता है।

बंता: लड़की और "एस एम एस" (SMS) में क्या समानता है?
संता: जब तक
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..
...
....
ऊपर से नीचे तक देख न लो, चैन ही नहीं पड़ता।

ग्राहक: इस लस्सी में मक्खी गिरी है।
पठान: ओये, दिल बड़ा रख। ये नन्ही सी जान, तेरी कितनी लस्सी पी जायेगी।

संता एक बार जगजीत सिंह का गाना सुन रहा था जिसके बोल थे, "ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो"।
संता अचानक खड़ा होकर बोला, "मैं तो आप से भी ज्यादा परेशान हूँ। मेरी तो औरत भी ले लो।

बंटी: यार तुमने स्कूल आना क्यों छोड़ दिया?
पप्पू: मैंने अपने पिता जी को कहते सुना था कि एक जगह बार-बार जाने से इज्ज़त कम हो जाती है।

जीतो: मैंने तुम्हें बिना देखे शादी की, क्या तुम इस पर विश्वास करते हो?
संता: और मेरी हिम्मत तो देखो, मैंने तुम्हें देखने के बाद भी तुमसे शादी की?

पप्पू: पिता जी, नेताओं के कपड़ों का रंग सफेद क्यों होता है? संता: बेटा, ताकि दल बदलने पर भी कपड़े न बदलने पड़ें।

एक बार संता साइकिल चला रहा था कि अचानक एक आदमी साइकिल से टकरा गया।
आदमी गुस्से में बोला, "तेरे से घंटी नहीं मारी जाती?"
संता: भाई साहब, पूरी साइकिल तो मार दी, अब घंटी अलग से मारूं?

संता पंजाब यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों के लिए आरक्षित शौचालय में गया। अंदर सीट पर बैठा तो सामने लिखा हुआ था कि
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"इतना जोर पढ़ाई पर देते तो आज किसी अच्छी सीट पर बैठे होते"।

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