
हमें आंसुओ से ज़ख्मो को धोना नहीं आता;
मिलती है ख़ुशी तो उसे खोना नहीं आता!
सह लेते हैं हर गम को जब हँसकर हम;
तो लोग कहते है कि हमें रोना नहीं आता!
दिन तो बीत जाते है, सुहानी यादें बनकर;
बाते रह जाती हैं, सिर्फ कहानी बनकर;
पर दोस्त तो दिल के करीब ही रहेंगे;
कभी मुस्कान, तो कभी आँखों का पानी बनकर!
कोई खुशियों की चाह में रोया;
कोई दुखों की पनाह में रोया;
अजीब सिलसिला है ये ज़िन्दगी का;
कोई भरोसे के लिए रोया;
और कोई ऐतबार कर के रोया!
मुलाकातें रह जाती है सुहानी यादें बनकर;
बातें रह जाती है कहानी बनकर;
पर प्यार तो हमेशा दिल के करीब रहता है;
कभी होंठों पे मुस्कान तो कभी आँखों में पानी बनकर!
प्यार तो ज़िन्दगी का अफसाना है!
इसका अपना ही एक तराना है!
पता है सबको मिलेंगे सिर्फ आंसू!
पर न जाने दुनिया में हर कोई क्यों इसका दीवाना है!
अब तो यह भी नहीं नाम तो ले लेते हैं!
दामन अश्कों से भिगो लेते हैं!
अब तेरा नाम लेके रोते भी नहीं!
सुनते हैं तेरा नाम तो रो लेते हैं!
निकल जाते हैं तब आंसू जब उनकी याद आती है!
जमाना मुस्कुराता है मुहब्बत रूठ जाती है!
प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा!
हमे भी एक शख्स बहुत याद आयेगा!
जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे!
आँखें नम हो जायेगी, दिल आंसू बहायेगा!
एक दिन हमारे आंसूं हमसे पूछ बैठे!
हमे रोज़ - रोज़ क्यों बुलाते हो!
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं तुम क्यों चले आते हो!
हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं!
इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं!
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को!
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं!