एक बार एक शिकारी अपने नौकर के साथ शिकार पर गया। वहाँ उन्होंने पानी में एक जंगली बगुला देखा।
नौकर एक दम से चिल्लाया, "मारिये साहब, वो एक टाँग वाला बगुला है, उड़ नहीं पायेगा।"
शिकारी ने मुस्कुराते हुए हुश किया और बगुले ने अपनी दूसरी टाँग निकाली और उड़ने लगा।
शिकारी ने तुरंत उसे गोली मार दी।
जब नौकर ने शाम को बगुले को पकाया तो उसका मन हुआ कि उसका स्वाद चख लिया जाये।
उसे इतना स्वादिष्ट लगा कि वो पूरी टाँग खा गया।
खाने के वक़्त शिकारी ने देखा कि बगुले की एक टाँग गायब है।
लेकिन खाने के समय मूड ना बिगड़े इसलिए शिकारी ने चुप-चाप खाना खा लिया।
खाना खत्म करने के बाद शिकारी ने अपने नौकर से पूछा कि तुमने जो बगुला पकाया था, उसकी एक टाँग गायब थी।
नौकर ने झट से उत्तर दिया, "नहीं साहब, अगर आप सुबह की तरह हुश करते तो वो अपनी दूसरी टाँग भी निकाल लेता!" |