गुदगुदी Hindi Jokes

  • शादी कर लो!

    एक आदमी कि उम्र 35 वर्ष हो चुकी थी पर अभी तक उसकी शादी नही हुई थी उसके दोस्त उसे अक्सर शादी के करने के लिए कहते रहते पर वह हर बार यही कहता कर लेंगे कर लेंगे! एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया अरे यार! क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो? या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है!

    क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी?

    उसने कहा नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला, मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ!

    उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते की अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो?

    फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने कहा क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया?

    हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है, वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है, मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी!

    अरे यार नही, मुझे डर है मेरा बाप उसे बिल्कुल भी बर्दाशत नही करेगा!
  • टूटी चप्पल

    एक आदमी लंगड़ाता हुआ आ रहा था। उसे देखकर दो डॉक्टर आपस में झगड़ने लगते हैं!

    पहला डॉक्टर- लगता है उसके पैर की हड्डी टूट गयी है!

    दूसरा डॉक्टर- लगता है उसका अंगूठा टूट गया है!

    दोनों में काफी बहस हो रही होती है तो तीसरा डॉक्टर बोलता है चलो उससे ही पूछ लेते हैं!

    डॉक्टर- क्या तुम्हारे पैर की हड्डी टूट गयी है!

    व्यक्ति- नही मेरी चप्पल टूटी हुई है!
  • कहानी की सीख!

    एक बार एक शिक्षक महोदय महान वैज्ञानिक न्यूटन के बारे में बता रहे थे।

    शिक्षक: बच्चों क्या आप जानते हो एक बार न्यूटन बगीचे में बैठा हुआ था कि तभी एक सेब उसके सिर पर आकर गिरा। और तब उसने गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज की। तो अब आप बताओ की इस घटना से आपको क्या सिख मिलती है?

    शिक्षक की बात सुन कर किसी बच्चे ने हाथ नहीं उठाया बस हमेशा की तरह पप्पू ने हाथ उठा दिया।

    शिक्षक: हाँ बेटा पप्पू बताओ।

    पप्पू: बात बिलकुल साफ है मास्टर जी कि अगर न्यूटन बगीचे न बैठकर कक्षा में बैठा होता, जैसे कि हम लोग बैठे हुए हैं, तो किसी चीज की भी खोज न कर पाता।
  • विनम्र निवेदन!

    बिस्किट बनाने वाली कंपनियों को विनम्र निवेदन:

    पहले मारी वालो कृपया मारी बिस्किट का आकार कम कीजिये या फिर कप बनाने वाली कंपनी के लोगों से एक बार बात करके तो देखें।

    दूसरा Parle G वालों से निवेदन है कि बिस्किट के घोल में थोडा सा अंबुजा सीमेंट भी मिला कर दें। चाय में डुबोते ही ग़श खा कर उसी कप में आत्महत्या कर लेता है।

    रस्क डुबो के खाने वालो से निवेदन है कि चाय पीते समय बंगाली भाषा का प्रयोग करें, "अमी चाय खाबो"। एक रस्क चाय में डुबोते ही आधा कप खाली हो जाता है और 2 रस्क में आप चाय खा जाते हैं।