गुदगुदी Hindi Jokes

  • निशाना चूक गया!

    एक बार एक आश्रम में एक गुरु अपने शिष्यों को धनुष बाण चलाना सिखा रहा होता है, जिसमे से एक शिष्य निशाना लगता है परन्तु उसका निशाना चूक जाता है।

    शिष्य: साला निशाना चूक गया।

    गुरू: आश्रम मैं अपशब्द बोलना मना है अब मत बोलना।

    शिष्य दोबारा निशाना लगता है और उसका निशाना फिर से चूक जाता है।

    शिष्य: साला निशाना चूक गया।

    गुरु: मैंने तुम्हे मना किया था फिर भी तुमने अपशब्द बोला, अब यदि तुमने फिर से यह अपशब्द बोला तो एक आकाशवाणी होगी और आकाश से एक बाण निकलेगा जो तुम्हारी आँख फोड़ देगा।

    शिष्य तीसरी बार निशाना लगता है और तीसरी बार फिर उसका निशाना चूक जाता है।

    शिष्य: साला फिर निशाना चूक गया।

    तभी अचानक बिजली कडकती है और आकाश से एक बाण निकल कर गुरु की आँख मैं जाता है और साथ ही आकाशवाणी होती है;

    आकाशवाणी: साला निशाना चूक गया।
  • अनोखा प्यार!

    एक बार एक बुज़ुर्ग औरत और एक बुज़ुर्ग आदमी में काफी लम्बे समय से बड़ी गहरी दोस्ती होती है, एक दिन अचानक आदमी के दिमाग में कुछ आता है और वह उस महिला के सामने शादी का प्रस्ताव रख देता है जिसके लिए वह महिला फ़ौरन हाँ कर देती है।

    इस घटना के अगले दिन जब वह आदमी सुबह सो के उठता है तो उसे ठीक से याद नहीं रहता की उस महिला ने उसके प्रस्ताव का क्या जवाब दिया था। काफी देर तक कोशिश करने के बाद भी जब याद नहीं आता है तो वह महिला को फ़ोन लगाता है।

    बुज़ुर्ग आदमी: कल मेरे शादी के प्रस्ताव पर तुमने क्या जवाब दिया था, हां या ना?

    महिला: भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि तुमने फोन कर लिया। जवाब तो मैंने हां ही दिया था पर मैं ये भूल गई थी कि किसको दिया था।
  • वैलेंटाइन डे आवश्यकता है एक गर्लफ्रेंड की।

    पद: जूनियर गर्लफ्रेंड/सहायक प्रेमिका

    अनुभव: कम से कम दो लडको की गर्ल फ्रेंड रह चुकी हो, तथा गर्ल फ्रेंड के सभी दायित्वों में पारंगत हो।

    आयु : 18-25 वर्ष (अगर कोई लड़की/महिला दिखने में अच्छी है, और ज्यादा उम्र होने के बावजूद इसी उम्र की लगती हो, तो वह अप्लाई कर सकती है)।

    लाभ तथा मानदेय: सकल मासिक।

    • एक उपहार प्रति महिना (अधिकतम मूल्य रुपये 1000) (कोई मूल्यवान धातु जैसे सोना, चांदी या बहुमूल्य रत्न जैसे हीरा इत्यादि की अपेक्षा न रखे)।

    • लक्ज़री बाइक में मुफ्त सवारी (अधिकतम 1 घंटा प्रतिदिन) • कुल्फी / आइसक्रीम/ चोकलेट , प्रतिदिन

    • प्रतिदिन 50-100 रुपये के समकक्ष मुफ्त नाश्ता जैसे समोसा / ब्रेड पकोड़ा इत्यादि

    • हर रविवार मुफ्त मूवी (ऊपर कोने वाली सीट पर)

    • महीने में एक बार मुफ्त ''ब्रांडेड जीन्स /टी-शर्ट '' अथवा ''स्कर्ट / टॉप '' अथवा ''डिज़ाइनर परिधान'' पसंदानुसार (लेकिन पिछले महीने का आचरण संतोष जनक होने पर ही यह सुविधा उपलब्ध है।)

    • मिस्ड कॉल करने के लिए , फ़ोन चालू रखने हेतु 100 रूपये का रिचार्ज प्रति महीना प्रतिवर्ष एक नवीनतम स्मार्ट फ़ोन, जैसे IPHONE या Galaxy S, दिया जायेगा, तथा ऊपर लिखी सभी सुविधायें अनलिमिटेड रूप से प्राप्त होंगी।

    स्थायी होने के बाद वर्ष में दो बार हीरा या सोना के जवाहरात दिए जायेंगे।

    जो लडकियाँ इस ऑफर के लिए अपने आपको उपयुक्त नहीं मानती हैं, उन्हें मन छोटा करने की कोई जरूरत नहीं है वो ''Suggest a friend'' सुविधा का लाभ उठा कर अपनी सहेलियों का सुझाव दे सकती हैं।

    प्रत्येक सफल रिफरेन्स पर उन्हें फाइव स्टार होटल में लंच अथवा कैंडल लाइट डिनर, उपहार / कृतज्ञता स्वरुप कराया जायेगा!

    कृपया इस विज्ञापन के तहत अपने बायो-डाटा के साथ आज ही आवेदन करें।

    (बिना फोटो कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा)

    नोट-हमारी कोई शाखा नहीं है।
  • लोकतंत्र!

    पापा जी के बड़े बेटे का कहना है कि उनका लोकतंत्र पर से यकीन सन 88 में ही उठ गया था, जब हमारी स्कूल की छुट्टियां हुई और रात को खाने की मेज़ पर पापा ने पूछा, "बताओ बच्चों छुट्टियों में दादा के घर जाना है या नाना के?"

    सब बच्चों ने खुशी से हम आवाज़ होकर नारा लगाया - "दादा के ..."

    लेकिन अकेली मम्मी ने कहा कि "नाना के...।"

    बहुमत चूंकि दादा के हक़ में था, लिहाज़ा मम्मी का मत हार गया और पापा ने बच्चों के हक़ में फैसला सुना दिया, और हम दादा के घर जाने की खुशी दिल में दबा कर सो गए।

    अगली सुबह मम्मी ने तौलिए से गीले बाल सुखाते हुए मुस्कुरा कर कहा - "सब बच्चे जल्दी जल्दी कपड़े बदल लो हम नाना के घर जा रहे हैं।"

    मैंने हैरत से मुँह फाड़ के पापा की तरफ देखा, तो वो नज़रें चुरा कर अख़बार पढ़ने कि अदाकारी करने लगे...

    बस मैं उसी वक़्त समझ गया था कि लोकतंत्र में फैसले आवाम की उमंगों के मुताबिक नहीं, बल्कि बंद कमरों में उस वक़्त होते हैं, जब आवाम सो रही होती हैI