एक शक्की पति ने अपनी पत्नी को फ़ोन किया। पति: कहाँ हो? पत्नी: घर पर। पति: अच्छा तो फिर मिक्सी चलाओ। पत्नी ने मिक्सी चला दी पति ने आवाज़ सुनी और फ़ोन काट दिया। अगले दिन पति ने फिर फ़ोन किया और पूछा कि कहाँ हो? पत्नी ने फिर जवाब दिया कि घर पर और पति ने उसे मिक्सी चलाने के लिए कहा। पत्नी ने मिक्सी चला दी। अब ऐसा कई दिनों तक चलता रहा, एक दिन पति घर आया तो देखा कि पत्नी घर पर नहीं है। उसने नौकरानी से पूछा कि मालकिन कहाँ है? नौकरानी ने जवाब दिया कि मालकिन तो रोज़ इस समय बाहर चली जाती हैं, पर साहब एक बात नहीं समझ आयी कि वो रोज़ साथ में मिक्सी क्यों लेकर जाती हैं! |
सो रहा था एक रोज़ लंड, रख कर टट्टों पर अपना सिर; पास से हुआ चूत का गुज़र, लंड ने देखा उसे उठा कर सिर; लंड ने पूछा जा रही हो किधर, अगर वक़्त हो तो ज़रा आ जा इधर; चूत ने कहा अजी मुझे माफ़ कीजिये, पहले जो मुंह से टपक रहा है उसे साफ़ कीजिये; लंड ने जो यह सुना तो वो गया बिगड़, फिर जो कुछ न होना था वो हो गया उधर; चोद कर चूत को लंड सो गया फिर; देख कर यह चूत बोली लंड से चुद जाने के बाद; बात ही नहीं करते जनाब अपना मतलब निकल जाने के बाद! |
गुप्ता जी के घर शर्मा जी आये। गुप्ता जी अपने बच्चों की पहचान कराने लगे। ये मेरी बेटी रानी।शादी से पहले हम मुंबई में 'रानी बाग़' में घूमा करते थे, उसकी याद में इसका नाम रानी रखा। शर्मा जी: वाह, प्यारी बिटिया है। गुप्ता जी: ये मेरा बेटा ताज। शादी के 5 साल बाद दूसरे हनीमून पे हम आगरा गए थे, उसकी याद में। शर्मा जी: बहुत खूब, बहुत सोच कर नाम रखा है आपने। गुप्ता जी: और ये मेरा छोटा बेटा कोहिनूर। शर्मा जी: क्या बात है! मतलब आप लंदन में कोहिनूर हीरा देख आये? गुप्ता जी: अरे नहीं! हम तो कंडोम इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन इस ब्राण्ड ने धोखा दे दिया। |
शहर में एक बाबा जी प्रवचन के लिए आये। कुछ महिलाएं भी प्रवचन सुनने आई। साथ-साथ में प्रवचन सुन रही थी और साथ में आपस में बातें।
बाबा: हम जो भी अच्छे बुरे कर्म इस जन्म में करते हैं उसका फल हमें अगले जन्म में अवश्य मिलता है और आदमी अगले जन्म में उसी के अनुसार योनी को प्राप्त करता है। एक महिला: बाबा जी यह बतायें कि क्या अच्छे कर्म करने से मनुष्य पुन:उसी योनी को प्राप्त करता है? बाबा: अवश्य, वही योनी को प्राप्त करता है। महिला (दूसरी महिला से): चल बहन हम तो अपने घर ही चलें, जब हम को अगले जन्म में भी गांड़ ही मरवानी है तो प्रवचन सुनने से क्या घंटा फायदा होगा। |