Chitransh Khare Hindi Shayari

  • हमारे सब्र का इक इम्तिहान बाक़ी है;<br/>
इसी लिए तो अभी तक ये जान बाक़ी है!Upload to Facebook
    हमारे सब्र का इक इम्तिहान बाक़ी है;
    इसी लिए तो अभी तक ये जान बाक़ी है!
    ~ Chitransh Khare