Hafeez Banarasi Hindi Shayari

  • गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है; <br/>
राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं!Upload to Facebook
    गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है;
    राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं!
    ~ Hafeez Banarasi