Shahab Jafri Hindi Shayari

  • चले तो पाँव के नीचे कुचल गई कोई शय;<br/>
नशे की झोंक में देखा नहीं कि दुनिया है!Upload to Facebook
    चले तो पाँव के नीचे कुचल गई कोई शय;
    नशे की झोंक में देखा नहीं कि दुनिया है!
    ~ Shahab Jafri