Zafar Gorakhpuri Hindi Shayari

  • वो कभी मिल जाये मुझको अपनी साँसों के करीब;<br/>
होंठ को जुंबिश न दूँ और ग़ुफ्त-ग़ू सारी करूँ!Upload to Facebook
    वो कभी मिल जाये मुझको अपनी साँसों के करीब;
    होंठ को जुंबिश न दूँ और ग़ुफ्त-ग़ू सारी करूँ!
    ~ Zafar Gorakhpuri
  • पत्थर कहा गया कभी शीशा कहा गया;<br/> 
दिल जैसी एक चीज़ को क्या-क्या कहा गया।Upload to Facebook
    पत्थर कहा गया कभी शीशा कहा गया;
    दिल जैसी एक चीज़ को क्या-क्या कहा गया।
    ~ Zafar Gorakhpuri