इश्क Hindi Shayari

  • हटाओ आइना उम्मीद-वार हम भी हैं;</br>
तुम्हारे देखने वालों में यार हम भी हैं!Upload to Facebook
    हटाओ आइना उम्मीद-वार हम भी हैं;
    तुम्हारे देखने वालों में यार हम भी हैं!
    ~ Amir Meenai
  • इश्क़ जब तक न कर चुके रुस्वा;</br>
आदमी काम का नहीं होता!Upload to Facebook
    इश्क़ जब तक न कर चुके रुस्वा;
    आदमी काम का नहीं होता!
    ~ Jigar Moradabadi
  • मुद्दतें हो गईं 'फ़राज़' मगर;</br>
वो जो दीवानगी की थी है अभी!Upload to Facebook
    मुद्दतें हो गईं 'फ़राज़' मगर;
    वो जो दीवानगी की थी है अभी!
    ~ Ahmad Faraz
  • ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;</br>
तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!</br></br>

*मआज़-अल्लाह:  in the protection of God, at the mercy of God  Upload to Facebook
    ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ मआज़-अल्लाह;
    तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं!

    *मआज़-अल्लाह: in the protection of God, at the mercy of God
    ~ Asrarul Haq Majaz
  • इश्क़ मुझ को नहीं वहशत ही सही;<br/>
मेरी वहशत तेरी शोहरत ही सही!Upload to Facebook
    इश्क़ मुझ को नहीं वहशत ही सही;
    मेरी वहशत तेरी शोहरत ही सही!
    ~ Mirza Ghalib
  • एक दिन कह लीजिए जो कुछ है दिल में आप के;<br/>
एक दिन सुन लीजिए जो कुछ हमारे दिल में है!Upload to Facebook
    एक दिन कह लीजिए जो कुछ है दिल में आप के;
    एक दिन सुन लीजिए जो कुछ हमारे दिल में है!
    ~ Josh Malihabadi
  • आज देखा है तुझ को देर के बाद;<br/>
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं!Upload to Facebook
    आज देखा है तुझ को देर के बाद;
    आज का दिन गुज़र न जाए कहीं!
    ~ Nasir Kazmi
  • मैं चाहता हूँ कि तुम ही मुझे इजाज़त दो;<br/>
तुम्हारी तरह से कोई गले लगाए मुझे!Upload to Facebook
    मैं चाहता हूँ कि तुम ही मुझे इजाज़त दो;
    तुम्हारी तरह से कोई गले लगाए मुझे!
    ~ Bashir Badr
  • वस्ल का दिन और इतना मुख़्तसर;<br/>
दिन गिने जाते थे इस दिन के लिए!Upload to Facebook
    वस्ल का दिन और इतना मुख़्तसर;
    दिन गिने जाते थे इस दिन के लिए!
    ~ Ameer Minai
  • आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो;<br/>
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है!Upload to Facebook
    आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो;
    नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है!
    ~ Jaan Nisar Akhtar