अनुभव वो कंघी है जो ज़िन्दगी आपको तब देती है जब आप गंजे हो जाते हैं। |
मैं सिर्फ और सिर्फ एक चीज रहता हूँ और वो है एक जोकर। ये मुझे राजनीतिज्ञों की तुलना में कहीं ऊँचे स्थान पर स्थापित करता है। |
यदि मानव जाति को जीवित रखना है तो हमें बिलकुल नयी सोच की आवश्यकता होगी। |
किसी आदमी का असली चरित्र तब सामने आता है जब वो नशे में होता है! |
ये सच है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है लेकिन ये भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से लड़ने की शक्ति नहीं है। |
बिना शाशक और शाशित के बीच की दूरी कम किये भ्रष्टाचार को नहीं मिटाया जा सकता। |
लोगों को सच्चा लोकतंत्र या स्वराज कभी भी असत्य और हिंसा से प्राप्त नहीं हो सकता है। |
लोकतंत्र तब होगा जब गरीब ना कि धनाड्य शाशक हों। |
हम बदलाव की शुरुआत अपने घरों, आस पड़ोस की जगहों, बस्तियों, गाँवों, और स्कूलों से कर सकते हैं। |
जब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते हैं, तब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते। |