इंतजार Hindi Shayari

  • नज़रें मेरी थक न जायें कहीं तेरा इंतज़ार करते-करते;<br/>

यह जान मेरी यूँ ही निकल ना जाये तुम से इश्क़ का इज़हार करते-करते।Upload to Facebook
    नज़रें मेरी थक न जायें कहीं तेरा इंतज़ार करते-करते;
    यह जान मेरी यूँ ही निकल ना जाये तुम से इश्क़ का इज़हार करते-करते।
  • कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर;<br/>
वो मिले भी तो एक किनारा बनकर;<br/>
हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह;<br/>
बस एक इंतज़ार है साथ, सहारा बनकर।Upload to Facebook
    कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर;
    वो मिले भी तो एक किनारा बनकर;
    हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह;
    बस एक इंतज़ार है साथ, सहारा बनकर।
  • नज़रें मेरी कहीं थक न जायें;<br/>
बेवफा तेरा इंतज़ार करते-करते;<br/>
ये जान यूँ ही निकल न जाये;<br/>
तुम से इश्क़ का इज़हार करते-करते।Upload to Facebook
    नज़रें मेरी कहीं थक न जायें;
    बेवफा तेरा इंतज़ार करते-करते;
    ये जान यूँ ही निकल न जाये;
    तुम से इश्क़ का इज़हार करते-करते।
  • देर लगी आने में तुमको, शुक्र है फिर भी आये तो;<br/>
आस ने दिल का साथ न छोड़ा, वैसे हम घबराये तो।Upload to Facebook
    देर लगी आने में तुमको, शुक्र है फिर भी आये तो;
    आस ने दिल का साथ न छोड़ा, वैसे हम घबराये तो।
  • तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे हैं;<br/>
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं;<br/>
तू एक नज़र हम को देख ले बस;<br/>
इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।Upload to Facebook
    तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे हैं;
    तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं;
    तू एक नज़र हम को देख ले बस;
    इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
  • मौत पर भी है यकीन उन पर भी ऐतबार है;<br/>

देखते हैं पहले कौन आता है दोनों का इंतजार है।Upload to Facebook
    मौत पर भी है यकीन उन पर भी ऐतबार है;
    देखते हैं पहले कौन आता है दोनों का इंतजार है।
  • इस इंतज़ार की घडी को, पल-पल की बेक़रारी को लफ़्ज़ों में बयां कैसे कर दूँ;<br/>
मखमली एहसाँसों को, रेशमी जज़्बातों को अल्फ़ाज़ों में बयां कैसे कर दूँ।Upload to Facebook
    इस इंतज़ार की घडी को, पल-पल की बेक़रारी को लफ़्ज़ों में बयां कैसे कर दूँ;
    मखमली एहसाँसों को, रेशमी जज़्बातों को अल्फ़ाज़ों में बयां कैसे कर दूँ।
  • पंखों को खोल कि ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है​​​​​;​​<br/>​यूँ जमीन पर बैठकर, आसमान क्या देखता है​... ​Upload to Facebook
    पंखों को खोल कि ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है​​​​​;​​
    ​यूँ जमीन पर बैठकर, आसमान क्या देखता है​... ​
  • तुम आओ कभी दस्तक तो दो दर-ए-दिल पर;<br/>
प्यार पहले से कम हो तो सज़ा-ए-मौत दे देना।Upload to Facebook
    तुम आओ कभी दस्तक तो दो दर-ए-दिल पर;
    प्यार पहले से कम हो तो सज़ा-ए-मौत दे देना।
  • रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं;<br/>
हम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैं;<br/>
आप तो चले गए हो छोड़कर हम को;<br/>
मगर हम  मिलने को तरसते है।Upload to Facebook
    रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं;
    हम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैं;
    आप तो चले गए हो छोड़कर हम को;
    मगर हम मिलने को तरसते है।