मौसम Hindi Shayari

  • कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,<br/>
तारीफ करूँ या चुप रहूँ, जुर्म दोनो ही संगीन हैं! Upload to Facebook
    कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
    तारीफ करूँ या चुप रहूँ, जुर्म दोनो ही संगीन हैं!
  • कुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदों की;<br/>
वरना कौन गिरता है इस ज़मीन पे आसमान तक पहुँचने के बाद!Upload to Facebook
    कुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदों की;
    वरना कौन गिरता है इस ज़मीन पे आसमान तक पहुँचने के बाद!
  • इन बादलो का मिजाज मेरे मेहबूब से बहुत मिलता है;<br/>
कभी टूट के बरसते है, कभी बेरुखी से गुजर जाते है!Upload to Facebook
    इन बादलो का मिजाज मेरे मेहबूब से बहुत मिलता है;
    कभी टूट के बरसते है, कभी बेरुखी से गुजर जाते है!
  • बरसात का मौसम तो गुज़र गया;<br/>
आँखों में नमी मगर अब भी है!Upload to Facebook
    बरसात का मौसम तो गुज़र गया;
    आँखों में नमी मगर अब भी है!
  • जो ख़ुलूस से मिलता है बरस जाता हूँ;<br/>
मैं बरसात का इक बादल आवारा सा हूँ!Upload to Facebook
    जो ख़ुलूस से मिलता है बरस जाता हूँ;
    मैं बरसात का इक बादल आवारा सा हूँ!
  • अच्छा-सा कोई मौसम तन्हा-सा कोई आलम;<br/>
हर वक़्त का रोना तो बेकार का रोना है।Upload to Facebook
    अच्छा-सा कोई मौसम तन्हा-सा कोई आलम;
    हर वक़्त का रोना तो बेकार का रोना है।
    ~ Nida Fazli
  • सहम उठते हैं कच्चे मकान, पानी के खौफ़ से;<br/>
महलों की आरज़ू ये है कि, बरसात तेज हो!Upload to Facebook
    सहम उठते हैं कच्चे मकान, पानी के खौफ़ से;
    महलों की आरज़ू ये है कि, बरसात तेज हो!
  • मौसम बहुत सर्द है,<br/>
चल ऐ दिल कुछ ख्वाहिशों को आग लगाते हैं।Upload to Facebook
    मौसम बहुत सर्द है,
    चल ऐ दिल कुछ ख्वाहिशों को आग लगाते हैं।
  • एक तो ये कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादों की धुंध,<br/>
बेहाल कर रखा है, इश्क के मौसमों ने।Upload to Facebook
    एक तो ये कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादों की धुंध,
    बेहाल कर रखा है, इश्क के मौसमों ने।
  • बारिश के बाद रात आईने सी थी,<br/>
एक पैर पानी में पड़ा, और चाँद हिल गया।Upload to Facebook
    बारिश के बाद रात आईने सी थी,
    एक पैर पानी में पड़ा, और चाँद हिल गया।