अभी तो ताजा है इश्क़ हजार कसमें खाओगे; जरा पक जाने दो फिर देखेंगे कितना निभाओगे! |
इश्क़ आसां नहीं तो क्या किया जाए; मुश्किल तो जीना भी है तो क्या सांस ना ली जाए! |
जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरों पर; जब चलना है अपने ही पैरों पर! |
जिंदगी की हकीकत को बस हमने इतना ही जाना है; दर्द में अकेले हैं और खुशियों में सारा जमाना है! |
तेरी बेवफ़ाई को मैंने जाम कर दिया; इसे लबों से लगाया और सरेआम कर दिया! |
चलने दे जाम-ओ-इश्क़ के दौर साकी; होश-ओ-हवास में ख़ुद का ख़्याल नहीं रहता! |
शराब क्या चीज़ है मैं ज़हर भी पी जाऊँ; शर्त ये है कोई बाहों में सम्भाले मुझको! |
बहुत अमीर होती हैं ये बोतलें शराब की; पैसा चाहे जो भी लग जाए सारे ग़म ख़रीद लेती हैं! |
छलक जाने दो पैमाने, मैखाने भी क्या याद रखेंगे; आया था कोई दिवाना, अपनी मोहब्बत को भुलाने! |
ख़ामोश बैठी गज़ल को अल्फाज़ दे आया; आज एक गुलाब को गुलाब दे आया! |