बस यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने; की इलज़ाम भले ही झूठे हो पर लगाये तो तुमने! |
उम्मीद वक्त का सबसे बड़ा सहारा है; गर हौंसला है तो हर मौज में किनारा है। |
हुजूम-ए-गम मेरा हमराह था जब मैकदे पहुँचा; मगर एक बेखुदी हमराह थी जब लौट कर आए। |
आते-आते आयेगा उनको ख्याल; जाते-जाते बेख्याली जायेगी। Meaning: बेख्याली - बेखुदी, बेखबरी |
हुए जिस पे मेहरबां तुम कोई खुशनसीब होगा; मेरी हसरतें तो निकली मेरे आँसुओं में ढलकर। |
यह उड़ी-उड़ी सी रंगत, ये खुले-खुले से गेसूं; तेरी सुबह कह रही है, तेरी रात का फसाना। Meaning: गेसूं - बाल, केश, ज़ुल्फ |
अच्छा हुआ कि तूने हमें तो़ड़ कर रख दिया; घमंड भी तो बहुत था हमें तेरे होने का! |
थक सा गया है मेरी चाहतों का वजूद; अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इज़हार नहीं करते! |
इज़हार-ए-मोहब्बत पे अजब हाल है उन का; आँखें तो रज़ा-मंद हैं, लब सोच रहे हैं! |
हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं; जैसे बच्चे भरे बाज़ार में खो जाते हैं! |