अपनों से कभी दिल का रिश्ता नहीं तोड़ा करते; मुश्किलों के वक़्त कभी साथ नहीं छोड़ा करते! |
न तू अपना था, न तेरा प्यार अपना था; बस काश ये दिल मान ले की तू एक सपना था! |
दूरियों का ग़म नहीं अगर फ़ासले दिल में ना हों, नज़दीकियां बेकार हैं अगर जगह दिल में ना हो! |
दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो, नफ़रत उन से करो जो भुलाना जानते हो; ग़ुस्सा उन से करो जो मनाना जानता हो, प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जानता हो! |
आग सूरज में होती है जलना ज़मीन को पड़ता है, मोहब्बत निगाहेँ करती हैँ तड़पना दिल को पड़ता है! |
निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह; ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के! |
कभी देखेंगे ऐ जाम तुझे होठों से लगाकर; तू मुझमें उतरता है कि मैं तुझमें उतरता हूँ! |
सुनो, रिश्तों को बस इस तरह बचा लिया करो; कभी मान जाया करो, कभी मना लिया करो! |
रिश्ते अगर दिल में हों तो तोड़ने से भी नहीं टूटते और अगर दिमाग में हों तो जोड़ने से भी नहीं जुड़ते! |
हम भी मोहब्बत करते है पर बोलते नहीं; क्यूंकि रिश्ते निभाते हैं हम तौलते नहीं! |