Hindi SMS

  • शादी में आयी औरतें पहले तो खूब खाती हैं!</br>
अगर खाने में कोई नुक्स ना निकले तो जाते-जाते दूल्हा-दुल्हन में ही नुक्स निकाल देती हैं!Upload to Facebook
    शादी में आयी औरतें पहले तो खूब खाती हैं!
    अगर खाने में कोई नुक्स ना निकले तो जाते-जाते दूल्हा-दुल्हन में ही नुक्स निकाल देती हैं!
  • आज का ज्ञान:</br>
अगर परीक्षा में पेपर कठिन हो तो...</br>
आँखें बंद करो, गहरी साँस लो और ज़ोर से कहो,</br>
`ये सब्जेक्ट बहुत मज़ेदार है, अगले साल फिर पढ़ेंगे!`Upload to Facebook
    आज का ज्ञान:
    अगर परीक्षा में पेपर कठिन हो तो...
    आँखें बंद करो, गहरी साँस लो और ज़ोर से कहो,
    "ये सब्जेक्ट बहुत मज़ेदार है, अगले साल फिर पढ़ेंगे!"
  • दामाद: ससुर जी, आपकी बेटी ने नाक में दम कर रखा है!</br>
ससुर: मेरा सोच बेटा, मेरे पास तो उसकी भी माँ है!Upload to Facebook
    दामाद: ससुर जी, आपकी बेटी ने नाक में दम कर रखा है!
    ससुर: मेरा सोच बेटा, मेरे पास तो उसकी भी माँ है!
  • ज़रूरी नहीं अमीर इंसान की हर इच्छा पूरी हो!</br>
जब जेब में केवल 2000 का नोट हो , तब भी दुकानदार एक कचौरी देने से मना कर देता है!Upload to Facebook
    ज़रूरी नहीं अमीर इंसान की हर इच्छा पूरी हो!
    जब जेब में केवल 2000 का नोट हो , तब भी दुकानदार एक कचौरी देने से मना कर देता है!
  • खर्राटा एक ऐसा संगीत है जिसे बजाने वाला खुद नहीं सुन पाता!</br>
पर दूसरों की बैंड बजा देता है!Upload to Facebook
    खर्राटा एक ऐसा संगीत है जिसे बजाने वाला खुद नहीं सुन पाता!
    पर दूसरों की बैंड बजा देता है!
  • चेहरे पे हंसी और दिल में गम है!</br>
कभी-कभी तो लगता है कि ये 2 जीबी डाटा भी कम है!Upload to Facebook
    चेहरे पे हंसी और दिल में गम है!
    कभी-कभी तो लगता है कि ये 2 जीबी डाटा भी कम है!
  • कभी-कभी कुछ लोगों का साथ छोड़ना पड़ता है,</br>
घमंड के लिए नहीं बल्कि अपनी सेल्फ-रेस्पेक्ट के लिए!Upload to Facebook
    कभी-कभी कुछ लोगों का साथ छोड़ना पड़ता है,
    घमंड के लिए नहीं बल्कि अपनी सेल्फ-रेस्पेक्ट के लिए!
  • संघर्ष पिता से सीखिए और संस्कार माँ से!</br>
बाकी कपडे और बर्तन धोना तो पत्नी सिखा ही देगी!Upload to Facebook
    संघर्ष पिता से सीखिए और संस्कार माँ से!
    बाकी कपडे और बर्तन धोना तो पत्नी सिखा ही देगी!
  • वह मेरा खत पढ़ कर रोने लगी और नज़दीक आकर बोली,</br>
`लिखाई सुधार ले कमीने, कुछ समझ नहीं आया!`Upload to Facebook
    वह मेरा खत पढ़ कर रोने लगी और नज़दीक आकर बोली,
    "लिखाई सुधार ले कमीने, कुछ समझ नहीं आया!"
  • इस समय ना किसी के घर जाओ और ना किसी को घर बुलाओ, क्योंकि</br>
`अतिथि फिर से रिस्की भव:`Upload to Facebook
    इस समय ना किसी के घर जाओ और ना किसी को घर बुलाओ, क्योंकि
    "अतिथि फिर से रिस्की भव:"
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