संता और जीतो में झगड़ा हो रहा था। जीतो: काश मैं अपनी माँ की बात मान लेती और तुमसे शादी ना करती। संता: क्या मतलब तुम्हारी माँ ने मुझसे शादी करने के लिए मना किया था? जीतो: और नहीं तो क्या। संता: हे भगवान! मैं आज तक उस नेक औरत को कितना बुरा समझता रहा जिसने मुझे बचाना चाहा। |
पप्पू: लगता है मैं अंधा हो गया हूँ। डॉक्टर ने आँख चेक की और बोला: नहीं बेटा तुम्हारी आँखें तो बिल्कुल ठीक हैं। पप्पू: तो फिर अखबार में 'सफल' विद्यार्थियों की लिस्ट में मेरा रोल नंबर क्यों नहीं नजर आ रहा था? |
पप्पू अपने घर गया और घर की घंटी बजाई। तो अंदर से उसकी बहन पिंकी बोली: कौन? पप्पू: मैं। पिंकी: मैं कौन? पप्पू: तुम पिंकी... और कौन, पगली। |
जीतो(गुस्से में): आपको पता है पड़ोसी के लड़के को गणित में 99 अंक आए हैं। संता: 1 अंक कहाँ चला गया? जीतो: वह हमारा लड़का जो ले आया। |
भिखारी (बच्चे से): एक रुपए का सवाल है बच्चा। पप्पू: गणित के मास्टर साहब बगल में हैं, उन्हीं से पूछ लो। |
संता बंता को गुस्से से बोल रहा था। संता: यार, जब मैंने तुझे खत लिखा था कि मेरी शादी में जरूर आना। तो तुम आये क्यों नही? बंता: ओह यार, पर मुझे खत मिला ही नही। संता: मैंने लिखा तो था कि खत मिले या ना मिले तुम जरूर आना। |
अध्यापक: वर्तमान में लड़के आगे हैं या लड़कियां? पप्पू: लड़कियां! अध्यापक: वो कैसे? पप्पू: क्योंकि लड़कियां आगे रहती हैं, तभी तो लड़के उनके पीछे चलते हैं। |
पप्पू: डैडी जी! मैं आपको बता देता हूं, अगर इस साल भी मैं फेल हो गया तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। संता: खबरदार, अगर तूने आत्महत्या की तो मैं तुझे जान से मार दूंगा। |
जीतो: भईया, आज समोसे अच्छे नहीं बने हैं। कल वाले अच्छे थे। समोसे वाला: क्या बात कर रही हैं बहन जी, यह कल वाले ही तो हैं। |
बंता संता से: मेरा बेटा क्लास में फर्स्ट आया। संता: अरे वाह! बहुत अच्छे, कैसे? बंता: राजधानी एक्सप्रेस में। |