माला की तारीफ़ तो सब करते हैं, क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं लेकिन तारीफ़ के काबिल तो धागा है जिसने सब को जोड़ रखा है। इसलिए केवल मोती ही ना बनें वो धागा भी बनें जो सब को जोड़े। सुप्रभात! |
एक छोटा शब्द है... पढ़ें तो 'सेकंड' लगेगा सोचें तो 'मिनट' लगेगा समझें तो 'दिन' लगेगा और साबित करने में पूरी ज़िन्दगी लग जाती है। वो है 'विश्वास'। इसलिए कभी इसे टूटने मत दीजिये। सुप्रभात! |
सुबह की प्यारी रौनक तो देखो, इन आँखों में बसी उनकी तस्वीर तो देखो, हम ने आपको प्यारा सा सन्देश भेजा है सुप्रभात का, एक बार उठ कर इसे प्यार से तो देखो। सुप्रभात! |
बेझिझक मुस्कुराएँ जो भी गम है, ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम हैं, अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है, ज़िन्दगी का नाम ही कभी ख़ुशी कभी गम है। सुप्रभात! |
सफलता भी फीकी लगती है यदि कोई बधाई देने वाला नहीं हो और विफलता भी सुंदर लगती है जब आपके साथ कोई अपना खड़ा हो। सुप्रभात! |
रात गुज़री फिर महकती सुबह आई, दिल धड़का फिर आपकी याद आई, आँखों ने महसूस किया उस हवा को, जो आपको छूकर हमारे पास आई। सुप्रभात! |
चाँद तारे छुप गए मिट गया अंधकार, धूप सुनहरी देखकर जाग गया संसार, दिन आपका गुजरे अच्छा करते है दुआ हज़ार, भेज रहे हैं खिली धूप के साथ सुबह का नमस्कार। सुप्रभात! |
सूरज की पहली किरण आपको हँसी दे, उड़ते पंछी आपको मधुर वाणी दे, ताज़ी हवा की ख़ुशबू आपको शांति दे, इसी तरह आपका दिन मंगलमय रहे। सुप्रभात! |
कलियाँ खिल उठी एक प्यारे से एहसास के साथ, एक नया विश्वास दिन की शुरुआत एक मीठी सी मुस्कान के साथ, आपको बोलना है मंगलमय हो आपका हर दिन, मंगल हो ये सुप्रभात। सुप्रभात! |
यदि हम उंचा उठना चाहते है तो, अपने अंदर के अहंकार को निकालकर, स्वयं को हल्का करना पडेगा... क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है। सुप्रभात! |