B S Jain Jauhar Hindi Shayari

  • जाने फिर तुम से मुलाक़ात कभी हो कि न हो; <br/>
खुल के दुख-दर्द की कुछ बात कभी हो कि न हो!Upload to Facebook
    जाने फिर तुम से मुलाक़ात कभी हो कि न हो;
    खुल के दुख-दर्द की कुछ बात कभी हो कि न हो!
    ~ B S Jain Jauhar