Khwaza Parvez Hindi Shayari

  • डर है मुझे तुमसे बिछड़ न जाऊं;
    खोके तुम्हें मिलने की राह न पाऊं;
    ऐसा न हो जब भी तेरा नाम लबों पर लाऊं;
    मैं आंसू बन जाऊं!
    ~ Khwaza Parvez