Urooj Zaidi Badayuni Hindi Shayari

  • ख़्वाब का अक्स कहाँ ख़्वाब की ताबीर में है;<br/>
मुझ को मालूम है जो कुछ मेरी तक़दीर में है!Upload to Facebook
    ख़्वाब का अक्स कहाँ ख़्वाब की ताबीर में है;
    मुझ को मालूम है जो कुछ मेरी तक़दीर में है!
    ~ Urooj Zaidi Badayuni