बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को; ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को; बुझी नहीं प्यास इन होंठों की अभी; न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को। |
यूँ तो तमन्नाएं दिल में ना थी हमें लेकिन; ना जाने तुझे देखकर क्यों आशिक़ बन बैठे; बंदगी तो खुदा की भी करते थे लेकिन; ना जाने क्यों हम काफ़िर बन बैठे। |
तुम बिन ज़िंदगी सूनी सी लगती है; हर पल अधूरी सी लगती है; अब तो इन साँसों को अपनी साँसों से जोड़ दे; क्योंकि अब यह ज़िंदगी कुछ पल की मेहमान सी लगती है। |
'अनीस' आसान नहीं आबाद करना घर मोहब्बत का; ये उन का काम है जो ज़िंदगी बर्बाद करते हैं। |
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे; खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे; अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो; तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे। |
हम फिर उनके रूठ जाने पर फ़िदा होने लगे; फिर हमे प्यार आ गया जब वो ख़फ़ा होने लगे। |
संगमरमर के महल में तेरी ही तस्वीर सजाऊंगा; मेरे इस दिल में ऐ प्यार तेरे ही ख्वाब सजाऊंगा; यूँ एक बार आजमा के देख तेरे दिल में बस जाऊंगा; मैं तो प्यार का हूँ प्यासा जो तेरे आगोश में मर जाऊॅंगा। |
तपिश से बच के घटाओं में बैठ जाते हैं; गए हुए कि सदाओं में बैठ जाते हैं; हम इर्द-गिर्द के मौसम से घबरायें; तेरे ख्यालों की छाओं में बैठ जाते हैं। |
हम जानते तो इश्क़ न करते किसी के साथ; ले जाते दिल को ख़ाक में इस आरज़ू के साथ। |
इश्क़ का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ; आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ; इस इश्क़ ने बस इतना सिखाया है मुझे; कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ। |