अन्य Hindi Shayari

  • सिर्फ़ लफ़्ज़ों को नहीं अंदाज़ भी अच्छा रखो;<br/>
इस जगत में सिर्फ़ मीठी बोलियाँ रह जाएँगी!Upload to Facebook
    सिर्फ़ लफ़्ज़ों को नहीं अंदाज़ भी अच्छा रखो;
    इस जगत में सिर्फ़ मीठी बोलियाँ रह जाएँगी!
    ~ Aadarsh Dubey
  • ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं;<br/>
फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं!Upload to Facebook
    ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं;
    फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं!
    ~ Iftikhar Arif
  • पानी में अक्स और किसी आसमाँ का है;<br/>
ये नाव कौन सी है ये दरिया कहाँ का है!Upload to Facebook
    पानी में अक्स और किसी आसमाँ का है;
    ये नाव कौन सी है ये दरिया कहाँ का है!
    ~ Ahmad Mushtaq
  • मज़ा आता अगर गुज़री हुई बातों का अफ़्साना,<br/>
कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते!Upload to Facebook
    मज़ा आता अगर गुज़री हुई बातों का अफ़्साना,
    कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते!
    ~ Wahshat Raza Ali Kalkatvi
  • आप के लब पे और वफ़ा की क़सम;<br/>
क्या क़सम खाई है ख़ुदा की क़सम!Upload to Facebook
    आप के लब पे और वफ़ा की क़सम;
    क्या क़सम खाई है ख़ुदा की क़सम!
    ~ Saba Akbarabadi
  • जवानी क्या हुई इक रात की कहानी हुई;<br/>
बदन पुराना हुआ रूह भी पुरानी हुई!Upload to Facebook
    जवानी क्या हुई इक रात की कहानी हुई;
    बदन पुराना हुआ रूह भी पुरानी हुई!
    ~ Obaidullah Aleem
  • दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है;<br/>
आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है!sUpload to Facebook
    दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है;
    आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है!s
    ~ Iftikhar Arif
  • हमेशा पूछती रहती है रास्तों की हवा;<br/>
यूँ ही रुके हो यहाँ या किसी ने रोका था! Upload to Facebook
    हमेशा पूछती रहती है रास्तों की हवा;
    यूँ ही रुके हो यहाँ या किसी ने रोका था!
    ~ Aadil Raza Mansoori
  • अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फैंसला;<br/>
जिस दिये में जान होगी वो दिया रह जायेगा!Upload to Facebook
    अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फैंसला;
    जिस दिये में जान होगी वो दिया रह जायेगा!
    ~ Mahshar Badayuni
  • ऐ ख़ुदा कैसा समय आया है;<br/>
शहर में हर सू धुआँ छाया है!<br/><br/>
*सू - दिशा, तरफUpload to Facebook
    ऐ ख़ुदा कैसा समय आया है;
    शहर में हर सू धुआँ छाया है!

    *सू - दिशा, तरफ
    ~ Aamir Souqi