इश्क Hindi Shayari

  • उनके आने की बंधी थी आस जब तक हमनशीं;
    सुबह हो जाती थी अक्सर जानिब-ए-दर देखते।
    ~ Asar Lakhnavi
  • इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी का एहसास बन जाता है;<br/>
दीदार-ए-यार भी खुदा का दीदार बन जाता है;<br/>
जब होता है नशा मोहब्बत का;<br/>
तो अक्सर आईना भी ख्वाब बन जाता है।Upload to Facebook
    इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी का एहसास बन जाता है;
    दीदार-ए-यार भी खुदा का दीदार बन जाता है;
    जब होता है नशा मोहब्बत का;
    तो अक्सर आईना भी ख्वाब बन जाता है।
  • सिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत की;<br/>
जलाकर क्यों बुझाते हो आग चाहत की;<br/>
सर्द रातों में भी तपन का एहसास रहे;<br/>
हवा देकर बढ़ाते हो आग चाहत की।qUpload to Facebook
    सिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत की;
    जलाकर क्यों बुझाते हो आग चाहत की;
    सर्द रातों में भी तपन का एहसास रहे;
    हवा देकर बढ़ाते हो आग चाहत की।q
  • इत्तेफ़ाक़ से यह हादसा हुआ है;
    चाहत से मेरा वास्ता हुआ है;
    दूर रह कर बड़ा बेताब था दिल;
    पास आ कर भी हाल बुरा हुआ है।
  • खुदा भी मांगे ये दिल तो निकाल देंगे;<br/>
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो;<br/>
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।Upload to Facebook
    खुदा भी मांगे ये दिल तो निकाल देंगे;
    अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो;
    तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
  • मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही;
    अब रातों को जागना अच्छा लगता है;
    मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं;
    मगर उसे खुदा से माँगना अच्छा लगता है।
  • कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा;
    खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा;
    इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे;
    कि इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा।
  • तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िंदगी हमने;<br/>
सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते।Upload to Facebook
    तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िंदगी हमने;
    सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते।
  • सब भूल जाता हूँ आप के सिवा, यह क्या मुझे हुआ है;<br/>
क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।Upload to Facebook
    सब भूल जाता हूँ आप के सिवा, यह क्या मुझे हुआ है;
    क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है।
  • कैसे कहूँ कि अपना बना लो मुझे;
    बाहों में अपनी समा लो मुझे;
    बिन तुम्हारे एक पल भी कटता नहीं;
    आ कर एक बार मुझ से चुरा लो मुझे।