इश्क Hindi Shayari

  • उसके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा;<br/>
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे।Upload to Facebook
    उसके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा;
    तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे।
  • सामने मंज़िल थी और पीछे उसका वजूद, क्या करते हम भी यारों;<br/>
रुकते तो सफर रह जाता, चलते तो हमसफ़र रह जाता।Upload to Facebook
    सामने मंज़िल थी और पीछे उसका वजूद, क्या करते हम भी यारों;
    रुकते तो सफर रह जाता, चलते तो हमसफ़र रह जाता।
  • दूरियों की ना परवाह कीजिये;<br/>
दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये;<br/>
कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे;<br/>
बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये।Upload to Facebook
    दूरियों की ना परवाह कीजिये;
    दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये;
    कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे;
    बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये।
  • सीने में दिल तो हर एक के होता है;<br/>
लेकिन हर एक दिल में प्यार नहीं होता;<br/>
प्यार करने के लिए तो दिल होता है;<br/>
दिल में छुपाने के लिए प्यार नहीं होता।Upload to Facebook
    सीने में दिल तो हर एक के होता है;
    लेकिन हर एक दिल में प्यार नहीं होता;
    प्यार करने के लिए तो दिल होता है;
    दिल में छुपाने के लिए प्यार नहीं होता।
  • अपने घर की खिड़की से मैं आसमान को देखूँगा;
    जिस पर तेरा नाम लिखा है उस तारे को ढूँढूँगा;
    तुम भी हर शब दिया जला कर पलकों की दहलीज़ पर रखना;
    मैं भी रोज़ एक ख़्वाब तुम्हारे शहर की जानिब भेजूँगा।
    ~ Amjad Islam Amjad
  • तुम को हज़ार शर्म सही मुझ को लाख ज़ब्त;
    उल्फ़त वो राज़ है कि छुपाया न जाएगा।
    ~ Altaf Hussain Hali
  • इश्क़ फिर वो रंग लाया है कि जी जाने है;
    दिल का ये रंग बनाया है कि जी जाने है;
    नाज़ उठाने में जफ़ाएं तो उठाई लेकिन;
    लुत्फ़ भी ऐसा उठाया है कि जी जाने है।
    ~ Nazeer Akbarabadi
  • मैं तेरे प्यार में इतना ग़ुम होने लगा हूँ;<br/>
जहाँ भी जाऊं बस तुम्हें ही सामने पाने लगा हूँ;<br/>
हालात यह हैं कि हर चेहरे में तू ही तू दिखता है;<br/>
ऐ मेरे खुदा अब तो मैं खुद को भी भुलाने लगा हूँ।Upload to Facebook
    मैं तेरे प्यार में इतना ग़ुम होने लगा हूँ;
    जहाँ भी जाऊं बस तुम्हें ही सामने पाने लगा हूँ;
    हालात यह हैं कि हर चेहरे में तू ही तू दिखता है;
    ऐ मेरे खुदा अब तो मैं खुद को भी भुलाने लगा हूँ।
  • दिल के लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं;<br/>
यह तमाशा सरे बाजार ज़रूरी तो नहीं;<br/>
मुझे था इश्क़ तेरी रूह से और अब भी है;<br/>
जिस्म से कोई सरोकार ज़रूरी तो नहीं।Upload to Facebook
    दिल के लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं;
    यह तमाशा सरे बाजार ज़रूरी तो नहीं;
    मुझे था इश्क़ तेरी रूह से और अब भी है;
    जिस्म से कोई सरोकार ज़रूरी तो नहीं।
  • दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बत;<br/>
दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत;<br/>
जब कुछ भी अच्छा ना लगे हमें दुनिया में;<br/>
तब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत।Upload to Facebook
    दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बत;
    दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत;
    जब कुछ भी अच्छा ना लगे हमें दुनिया में;
    तब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत।