इश्क Hindi Shayari

  • फूलों की याद आती है काँटों को छूने पर;<br/>
रिश्तों की समझ आती है फासलों पे रहने पर;<br/>
कुछ जज़्बात ऐसे भी होते हैं जो आँखों से बयां नहीं होते;<br/>
वो तो महसूस होते हैं ज़ुबान से कहने पर।Upload to Facebook
    फूलों की याद आती है काँटों को छूने पर;
    रिश्तों की समझ आती है फासलों पे रहने पर;
    कुछ जज़्बात ऐसे भी होते हैं जो आँखों से बयां नहीं होते;
    वो तो महसूस होते हैं ज़ुबान से कहने पर।
  • तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ;<br/>
ज़िंदगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ;<br/>
मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी;<br/>
सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ।Upload to Facebook
    तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ;
    ज़िंदगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ;
    मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी;
    सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ।
  • अब आएं या न आएं इधर पूछते चलो;
    क्या चाहती है उनकी नज़र पूछते चलो;
    हम से अगर है तर्क-ए-ताल्लुक तो क्या हुआ;
    यारो कोई तो उनकी ख़बर पूछते चलो।

    शब्दार्थ:
    तर्क-ए-ताल्लुक = टूटा हुआ रिश्ता
    ~ Sahir Ludhianvi
  • फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम;<br/>
प्यार में झलकता जाम हो तुम;<br/>
सीने में छुपाये फिरते हैं चाहत तुम्हारी;<br/>
तभी तो मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम।Upload to Facebook
    फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम;
    प्यार में झलकता जाम हो तुम;
    सीने में छुपाये फिरते हैं चाहत तुम्हारी;
    तभी तो मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम।
  • अगर मैं हद से गुज़र जाऊं तो मुझे माफ़ करना;
    तेरे दिल में उतर जाऊं तो मुझे माफ़ करना;
    रात में तुझे तेरे दीदार की खातिर;
    अगर मैं सब कुछ भूल जाऊं तो मुझे माफ़ करना।
  • कुछ पल के लिए हमें अपनी बाहों में सुला दो;
    अगर आँखें खुली तो उठा देना ना खुली तो दफना देना।
  • किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो;
    लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो;
    मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर;
    कि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो।
  • माना कि किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही;<br/>
पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही;<br/>
उसके दिल में, उसकी यादो में कोई और है लेकिन;<br/>
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही।Upload to Facebook
    माना कि किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही;
    पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही;
    उसके दिल में, उसकी यादो में कोई और है लेकिन;
    मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही।
  • ऐसा जगाया आपने कि अब तक ना सो सके;<br/>
यूँ रुलाया आपने कि महफ़िल में हम ना रो सके;<br/>
ना जाने क्या बात है आप में सनम;<br/>
माना है जबसे तुम्हें अपना किसी के ना हम हो सके।Upload to Facebook
    ऐसा जगाया आपने कि अब तक ना सो सके;
    यूँ रुलाया आपने कि महफ़िल में हम ना रो सके;
    ना जाने क्या बात है आप में सनम;
    माना है जबसे तुम्हें अपना किसी के ना हम हो सके।
  • लाख बंदिशें लगा दे यह दुनिया हम पर;
    मगर दिल पर काबू हम कर नहीं पायेंगे;
    वो लम्हा आखिरी होगा हमारी ज़िन्दगी का;
    जिस पल हम तुझे इस दिल से भूल जायेंगे।