अश्क Hindi Shayari

  • कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है;<br/>
तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती है।Upload to Facebook
    कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है;
    तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती है।
  • इश्क़ वाले आँखों की बात समझ लेते हैं;<br/>
सपनों में मिल जाए तो मुलाक़ात समझ लेते हैं;<br/>
रोता तो आसमान भी है अपने बिछड़े प्यार के लिए;<br/>
फिर पता नहीं लोग क्यों उसे बरसात समझ लेते है।Upload to Facebook
    इश्क़ वाले आँखों की बात समझ लेते हैं;
    सपनों में मिल जाए तो मुलाक़ात समझ लेते हैं;
    रोता तो आसमान भी है अपने बिछड़े प्यार के लिए;
    फिर पता नहीं लोग क्यों उसे बरसात समझ लेते है।
  • एक रात वो मिले ख्वाब में;<br/>
हमने पुछा क्यों ठुकराया आपने;<br/>
जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे;<br/>
फिर कैसे पूछते क्यों रुलाया आपने।Upload to Facebook
    एक रात वो मिले ख्वाब में;
    हमने पुछा क्यों ठुकराया आपने;
    जब देखा तो उनकी आँखों में भी आँसू थे;
    फिर कैसे पूछते क्यों रुलाया आपने।
  • उस की आँखों को कभी गौर से देखा है फ़राज़;
    रोने वालों की तरह और जागने वालों जैसी है।
    ~ Ahmad Faraz
  • रोने से और इश्क़ में बे-बाक हो गए;<br/>
धोए गए हम इतने कि बस पाक हो गए।Upload to Facebook
    रोने से और इश्क़ में बे-बाक हो गए;
    धोए गए हम इतने कि बस पाक हो गए।
    ~ Mirza Ghalib
  • लोग मोहब्बत को खुदा कहते है;<br/>
अगर कोई करे तो उसे  इल्जाम देते है;<br/>
कहते हैं कि पत्थर दिल रोया नहीं करते;<br/>
फिर क्यों पहाड़ों से झरने गिरा करते है।Upload to Facebook
    लोग मोहब्बत को खुदा कहते है;
    अगर कोई करे तो उसे इल्जाम देते है;
    कहते हैं कि पत्थर दिल रोया नहीं करते;
    फिर क्यों पहाड़ों से झरने गिरा करते है।
  • बहुत सोचा, बहुत समझा, बहुत ही देर तक परखा;
    तन्हा हो के जी लेना मोहब्बत से बेहतर है।
  • तुमने कहा था, आँख भर के देख लिया करो मुझे;<br/>
अब आँख भर आती है पर तुम नज़र नहीं आते​।Upload to Facebook
    तुमने कहा था, आँख भर के देख लिया करो मुझे;
    अब आँख भर आती है पर तुम नज़र नहीं आते​।
  • कभी रो कर मुस्कुराए कभी मुस्कुरा के रोए​​;<br/>​जब तेरी याद आई तुझे भुला कर रोए;<br/>​एक तेरा ही नाम था जो हज़ारों बार लिखा;<br/>​​​जितना लिख कर खुश हुए उससे ज्यादा मिटा कर रोए​।Upload to Facebook
    कभी रो कर मुस्कुराए कभी मुस्कुरा के रोए​​;
    ​जब तेरी याद आई तुझे भुला कर रोए;
    ​एक तेरा ही नाम था जो हज़ारों बार लिखा;
    ​​​जितना लिख कर खुश हुए उससे ज्यादा मिटा कर रोए​।
  • नींद आँखों में नहीं ख़्वाब खो गए;
    तन्हा ही थे, कुछ तेरे बिन हम हो गए;
    दिल कुछ तड़प उठा, ज़ुबान भी लड़खड़ाई;
    तेरी याद में दो आँसू चुपके से बह गए।