प्यासे को इक कतरा पानी ही काफी है; इश्क में चार पल की जिंदगानी ही काफी है; हम डूबने को समँदर में भला जाए क्यो; उनकी पलको से टपका वो आंसू ही काफी है। |
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है; इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है; किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका; तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है। |
किसी को यूँ रुलाया नहीं करते; झूठे ख्वाब किसी को दिखाया नहीं करते; अगर कोई आपकी जिंदगी में ख़ास नहीं है; तो उसे रह-रह के ये असहास दिलाया नहीं करते। |
हमसे दूर जाने का बहाना ना बना लेना; बस जाने की एक वजह बता देना; खुद चले जाएंगे आपकी जिंदगी से; लेकिन जहाँ आपकी याद ना आये; उस जगह का पता बता देना |
तुम करोगे याद एक दिन इस प्यार के ज़माने को; चले जाएँगे जब हम कभी ना वापस आने को; करेगा महफ़िल मे जब ज़िक्र हमारा कोई; तब आप भी तन्हाई ढूंढोगे आँसू बहाने को। |
क्या हूँ मैं और क्या समझते है; सब राज़ नहीं होते बताने वाले; कभी तनहाइयों में आकर देखना; कैसे रोते है सबको हंसाने वाले। |
एक दिन जब हम दुनिया से चले जायेंगे; मत सोचना आपको भूल जायेंगे; बस एक बार आसमान की तरफ देख लेना; मेरे आँसू बारिश बनके बरस जाएंगे। |
वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मुंह मोड़ कर रोए; कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए; मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े; पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए। |
प्यार करके जताए ये जरुरी तो नहीं; याद करके कोई बताए ये जरुरी तो नहीं; रोने वाले तो दिल में ही रो लेते है; आँखों में आंसू आए ये जरुरी तो नहीं। |
कहते हैं कि पत्थर दिल किसी के लिए; आंसू नहीं बहाते पर सच ये भी है कि; नदियाँ पहाड़ों से ही निकलती है। |