इज़हार Hindi Shayari

  • जवानी हो ग़र जावेदानी तो यारब;<br/>
तेरी सादा दुनिया को जन्नत बना दें!Upload to Facebook
    जवानी हो ग़र जावेदानी तो यारब;
    तेरी सादा दुनिया को जन्नत बना दें!
    ~ Akhtar Sheerani
  • हमरा नाम भी वो लेंगे लेकिन;<br/>
हमारा ज़िक्र सबके बाद होगा!Upload to Facebook
    हमरा नाम भी वो लेंगे लेकिन;
    हमारा ज़िक्र सबके बाद होगा!
    ~ Anand Bakshi
  • सरकता जाये है रुख से नक़ाब आहिस्ता-आहिस्ता;<br/>
निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता-आहिस्ता!Upload to Facebook
    सरकता जाये है रुख से नक़ाब आहिस्ता-आहिस्ता;
    निकलता आ रहा है आफ़्ताब आहिस्ता-आहिस्ता!
    ~ Ameer Minai
  • वो कभी मिल जाये मुझको अपनी साँसों के करीब;<br/>
होंठ को जुंबिश न दूँ और ग़ुफ्त-ग़ू सारी करूँ!Upload to Facebook
    वो कभी मिल जाये मुझको अपनी साँसों के करीब;
    होंठ को जुंबिश न दूँ और ग़ुफ्त-ग़ू सारी करूँ!
    ~ Zafar Gorakhpuri
  • नहीं निग़ाह में मंज़िल तो जुस्त-जू ही सही;<br/>
नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही!
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    नहीं निग़ाह में मंज़िल तो जुस्त-जू ही सही;
    नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही!
    ~ Faiz Ahmad Faiz
  • मेरे ग़ुज़रे हुये तेवर अभी भूली नहीं दुनिया;<br/>
अभी बिख़री हुयी हैं हर तरफ़ परछाइयाँ मेरी!Upload to Facebook
    मेरे ग़ुज़रे हुये तेवर अभी भूली नहीं दुनिया;
    अभी बिख़री हुयी हैं हर तरफ़ परछाइयाँ मेरी!
  • वो बे-दर्दी से सर काटें और मैं कहूं उनसे;<br/>
हज़ूृर आहिस्ता-आहिस्ता, जनाब आहिस्ता-आहिस्ता!
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    वो बे-दर्दी से सर काटें और मैं कहूं उनसे;
    हज़ूृर आहिस्ता-आहिस्ता, जनाब आहिस्ता-आहिस्ता!
    ~ Ameer Minai
  • अब भी लोगों के दिल में ख़र की सूरत खटकता हूँ;<br/>
अभी तक याद है अहल-ए-चमन को दास्तां मेरी! Upload to Facebook
    अब भी लोगों के दिल में ख़र की सूरत खटकता हूँ;
    अभी तक याद है अहल-ए-चमन को दास्तां मेरी!
    ~ Shamsi Meenai
  • है आशिक़ी में रस्म, अलग सब से बैठना;<br/>
बुत ख़ाना भी, हरम भी, कलीसा भी छोड़ दे!Upload to Facebook
    है आशिक़ी में रस्म, अलग सब से बैठना;
    बुत ख़ाना भी, हरम भी, कलीसा भी छोड़ दे!
    ~ Allama Iqbal
  • ग़ुज़री तमाम उम्र उसी शहर में जहाँ;<br/>
वाक़िफ़ सभी थे पहचानता कोई न था!Upload to Facebook
    ग़ुज़री तमाम उम्र उसी शहर में जहाँ;
    वाक़िफ़ सभी थे पहचानता कोई न था!