हास्य Hindi Shayari

  • ना कर इश्क मेरे यार यह लडकियां बहुत सताती हैं;
    ना करना इन पर ऐतबार ये खर्चा बहुत कराती हैं;
    कभी खुली आँख से इनकी बेवफाई की हद देखो;
    रिचार्ज तुम कराते हो और नंबर मेरा लगाती हैं!
  • आपकी बातों पे दिल हारूं;
    आपकी सूरत पे जान वारूं;
    जिस नहीं आता आपका कोई सन्देश;
    दिल करता है आपके गाल पर दो तमाचे मारूं!
  • लाइलाज थे हम, इलाज़ किसी डॉक्टर के पास न था;
    इश्क का रोग था ए दोस्त;
    माँ की चप्पल से ही आराम आ गया!
  • तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी;<br/>
तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी;<br/>
तेरी दायीं आँख काणी;<br/> 
मेरी बायीं आँख काणी!Upload to Facebook
    तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी;
    तुझसे कैसे नज़र मिलाएं दिलबर जानी;
    तेरी दायीं आँख काणी;
    मेरी बायीं आँख काणी!
  • ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोता;
    ताजमहल को देख कर बोला शाहजहाँ का पोता;
    आज अपना भी मोटा बैंक बैलेंस होता;
    अगर हमारा दादा आशिक ना होता!
  • ये मामला भी कैसा अजीब है;
    तू दूर होकर भी मेरे करीब है;
    ख्वाहिश मिटा तू अपने दिल से उसे पाने की;
    क्योंकि जो लड़का तुझे पसंद है वो खानदानी गरीब है!
  • दोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छूटे;<br/>
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर रूठे?<br/>
तो निकाल डंडा;<br/>
मार साले को जब तक डंडा न टूटे!Upload to Facebook
    दोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छूटे;
    अगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर रूठे?
    तो निकाल डंडा;
    मार साले को जब तक डंडा न टूटे!
  • हर तरफ पढाई का साया है;
    किताबों मैं सुकून किसने पाया है;
    लड़के तो जाते हैं ट्यूशन में लडकियां देखने;
    और मास्टर कहता है देखो बेचारा इतनी बरसात में भी पढने आया है!
  • मोहब्बत सिर्फ खर्चों की बड़ी लंबी कहानी है;
    कभी फिल्म दिखानी है, कभी शॉपिंग करानी है;
    मास्टर रोज कहता है कहाँ हैं फीस के पैसे?
    उसे समझाऊं मैं कैसे, मुझे छोरी (लड़की) पटानी है!
  • इश्क को दर्द-ए-सर कहने वाले सुने;
    हमने भी ये दर्द अपने सर ले लिया;
    हमारी निगाहों से बचकर वो कहा जायेंगे;
    हमने तो उनके मोहल्ले में ही घर ले लिया!