इज़हार Hindi Shayari

  • कभी-कभी यूँ ही चले आया करो दिल की दहलीज पर;<br/>
अच्छा लगता है, यूँ तन्हाइयों में तुम्हारा दस्तक देना।Upload to Facebook
    कभी-कभी यूँ ही चले आया करो दिल की दहलीज पर;
    अच्छा लगता है, यूँ तन्हाइयों में तुम्हारा दस्तक देना।
  • अगर नए रिश्ते न बनें तो, मलाल मत करना;<br/>
पुराने टूट ना जायें बस, इतना ख्याल रखना।Upload to Facebook
    अगर नए रिश्ते न बनें तो, मलाल मत करना;
    पुराने टूट ना जायें बस, इतना ख्याल रखना।
  • अब उतर आये हैं वह तारीफ पर,<br/>
हम जो आदी हो गये दुश्नाम के।Upload to Facebook
    अब उतर आये हैं वह तारीफ पर,
    हम जो आदी हो गये दुश्नाम के।
    ~ Daagh Dehlvi
  • ठिकाना कब्र है तेरा, इबादत कुछ तो कर ग़ाफिल;<BR/>
कहावत है कि खाली हाथ किसी के घर जाया नहीं करते।Upload to Facebook
    ठिकाना कब्र है तेरा, इबादत कुछ तो कर ग़ाफिल;
    कहावत है कि खाली हाथ किसी के घर जाया नहीं करते।
  • कुछ खटकता तो है पहलू में मिरे रह रह कर;<br/>
अब ख़ुदा जाने तिरी याद है या दिल मेरा।Upload to Facebook
    कुछ खटकता तो है पहलू में मिरे रह रह कर;
    अब ख़ुदा जाने तिरी याद है या दिल मेरा।
    ~ Jigar Moradabadi
  • मुझे कुछ अफ़सोस नहीं कि मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था;<br/>
मैं उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे रोना चाहिए था।Upload to Facebook
    मुझे कुछ अफ़सोस नहीं कि मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था;
    मैं उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे रोना चाहिए था।
  • उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो;<br/>
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो;<br/>
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते हैं;<br/>
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो।Upload to Facebook
    उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो;
    जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो;
    इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते हैं;
    इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो।
  • होंठो ने तेरा ज़िक्र न किया पर मेरी आँखें तुम्हें पैग़ाम देती हैं;<br/>
हम दुनियाँ से तुम्हें छुपाएँ कैसे, मेरी हर शायरी तेरा ही नाम लेती है।Upload to Facebook
    होंठो ने तेरा ज़िक्र न किया पर मेरी आँखें तुम्हें पैग़ाम देती हैं;
    हम दुनियाँ से तुम्हें छुपाएँ कैसे, मेरी हर शायरी तेरा ही नाम लेती है।
  • नाम उसका मेरी जुबान पर आते-आते रुक जाता है;<br/>
जब कोई मुझसे मेरी आखिरी ख्वाहिश पूछता है!Upload to Facebook
    नाम उसका मेरी जुबान पर आते-आते रुक जाता है;
    जब कोई मुझसे मेरी आखिरी ख्वाहिश पूछता है!
  • जिंदा-दिल रहिए जनाब, ये चेहरे पे उदासी कैसी;<br/>
वक्त तो बीत ही रहा है, उम्र की एेसी की तैसी!
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    जिंदा-दिल रहिए जनाब, ये चेहरे पे उदासी कैसी;
    वक्त तो बीत ही रहा है, उम्र की एेसी की तैसी!