हास्य Hindi Shayari

  • रंगों से भरी शाम हो आपकी;
    चाँद सितारों से ज्यादा शान हो आपकी;
    इस ज़िन्दगी में बस एक ही आरजू है हमारी;
    कि बंदर से ऊँची छलांग हो आपकी!
  • ऐसी वाणी बोलिये कि सब से झगडा होए;
    ऐसी वाणी बोलिये कि सब से झगडा होए;
    पर उस से झगडा ना करें जो आप से तगड़ा होए!
  • हंसी के लिए गम कुर्बान;
    ख़ुशी के लिए आंसू कुर्बान;
    दोस्त के लिए जान भी कुर्बान;
    और
    अगर दोस्त की गर्लफ्रेंड मिल जाए तो;
    साला दोस्त भी कुर्बान।
  • मेरे दिल की दुआएं लेती जा;
    जा तुझको सुखी संसार मिले;
    मायके याद ना आये तुझे;
    ससुराल में इतनी मार मिले!
  • आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में;<br/ >
बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में;<br/ >
मगर ये दिलरुबा नहीं समझती;<br/ >
वो तो पानी-पूरी खाती फिरती है बाजार में!Upload to Facebook
    आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में;
    बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में;
    मगर ये दिलरुबा नहीं समझती;
    वो तो पानी-पूरी खाती फिरती है बाजार में!
  • ए खुदा ग़म न देना मेरे दोस्त को चाहे मुझे ग़मों का संसार दे दे;
    घूमें नयी साइकिल पर यार मेरा;
    मुझे चाहे पुरानी मर्सिडीज़ कार दे दे!
  • हसीनों के  चेहरे पर हर लम्हा हर वक्त हंसी होती है;<br/ >
हसीनों के  चेहरे पर हर लम्हा हर वक्त हंसी होती है;<br/ >
कमबख्त हमारा दिल भी ऐसी ही हसीना पर आता है;<br/ >
जो पहले ही किसी कमबख्त से फंसी होती है!  Upload to Facebook
    हसीनों के चेहरे पर हर लम्हा हर वक्त हंसी होती है;
    हसीनों के चेहरे पर हर लम्हा हर वक्त हंसी होती है;
    कमबख्त हमारा दिल भी ऐसी ही हसीना पर आता है;
    जो पहले ही किसी कमबख्त से फंसी होती है!
  • जुल्फों में फूलों को सजा के आयी;
    चेहरे से दुपट्टा उठा के आयी;
    किसी ने पूछा आज बड़ी खुबसूरत लग रही है;
    हमने कहा शायद आज नहा के आयी!
  • खुशबु ने फूल को ख़ास बनाया;<br/>
फूल ने माली को ख़ास बनाया;<br/>
चाहत ने मोहब्बत को ख़ास बनाया;<br/>
और कमबख्त मोहब्बत ने कितनो को देवदास बनाया!Upload to Facebook
    खुशबु ने फूल को ख़ास बनाया;
    फूल ने माली को ख़ास बनाया;
    चाहत ने मोहब्बत को ख़ास बनाया;
    और कमबख्त मोहब्बत ने कितनो को देवदास बनाया!
  • वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं;
    वो आज भी हमें देख कर मुस्कुराते हैं;
    ये तो उनके बच्चे ही कम्बख्त हैं;
    जो हमें मामा-मामा बुलाते है!