मेरा हर लम्हा चुरा लिया आपने; आँखों को एक चाँद दिया आपने; हमें जिंदगी दी और किसी ने; पर प्यार इतना देकर जीना सिखा दिया आपने। |
बड़े अजीब हैं ये जिन्दगी के रास्ते; अनजाने मोड़ पर कुछ लोग दोस्त बन जाते हैं; मिलने की खुशी दें या न दें; बिछड़ने का गम जरुर दे जाते हैं। |
जिंदगी का सफ़र तो एक हसीन सफ़र है; हर किसी को किसी की तलाश है; किसी के पास मंजिल है, तो राह नहीं; और किसी के पास राह है तो मंजिल नहीं। |
अपनी जिंदगी के अलग असूल हैं; यार की खातिर तो कांटे भी कबूल हैं; हंस कर चल दूं कांच के टुकड़ों पर भी; अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं। |
जिंदगी को क्या जरुरत है मंजिलों की; वक्त हर मंजिल आसान बना देता है; मरता नहीं किसी से जुदा होकर कोई; ये वक सबको जीना सिखा देता है। |
जिंदगी ने कुछ इस तरह का रूख लिया; जिसने जिस तरफ चाहा मोड़ दिया; जिसको जितनी थी जरुरत साथ चला; और फिर एक लम्हें में तन्हा छोड़ दिया। |
जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं। क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है। |
गम न हो वहां जहाँ हो फ़साना आपका; खुशियाँ ढूढती रहें आशियाना आपका; वो वक़्त ही न आये जब आप उदास हों; ये दुनिया भुला न सके मुस्कुराना आपका। |
जवानी भी जिंदगी का क्या दौर होती है; निगाहें भी कम्बख्त दिलों का चोर होती हैं; याद आते ही आज भी मुस्कान दे जाती है; इश्क में इंतज़ार की बात ही कुछ और होती है। |
मत कर तलाश मंजिलों की; खुदा खुद ही मंजिल दिखा देता है; यूं तो मरता नहीं कोई किसी के बिना; वक्त सबको जीना सिखा देता है। |