चाँद का हो बिस्तर, तारों की हो रज़ाई; और फूलों का तकिया; अच्छा है ना, मज़ा आया ना! चलो अब धरती पे वापिस आ जाओ; और स्लीप ऑन यूअर(sleep on your) चारपाई! शुभ रात्रि! |
जा चूका है अँधेरा; रौशनी ने दिया है पहरा; आपका और मेरा रिश्ता है गहरा; मेरी तरफ से आपको हैप्पी सवेरा! सुप्रभात |
चाँद से प्यारी चाँदनी; चाँदनी से भी प्यारी रात; रात से भी प्यारी ज़िंदगी; और ज़िंदगी से भी प्यारे आप। जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं! |
जब रात को नींद ना आए; दिल की धड़कन भी बढ़ जाए; तब दूसरों की नींद खराब करो; शायद उनकी दुआ से आपको नींद आ जाए! शुभ रात्रि! |
रहना तो चाहते थे साथ उनके; पर इस ज़माने ने रहने ना दिया; कभी वक़्त की ख़ामोशी में खामोश रहे; तो कभी उनकी खामोशी ने कुछ कहने ना दिया। सुप्रभात! |
तोहफा-ए-दिल दे दूँ या दे दूँ चाँद तारे; जन्म दिन पे तुझे क्या दूँ ये पूछें मुझ से सारे; ज़िंदगी तेरे नाम कर दूँ भी तो कम नहीं; दामन में भर दूँ हर पल ख़ुशी को मैं तुम्हारे! जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं! |
चाँद के लिए सितारे अनेक हैं; लेकिन सितारों के लिए चाँद एक है; आपके लिए तो हज़ारों होंगे; लेकिन हमारे लिए आप ही एक हैं! शुभ रात्रि! |
आप तो मंज़िल को मुश्किल समझते हैं; हम आपको मंज़िल समझते हैं; बड़ा फर्क है आपके और हमारे नज़रिए में; आप हमें सपना और हम आप को अपना समझते हैं! सुप्रभात! |
बहुत-बहुत मुबारक हो ये समां; बड़ा नायाब लग रहा होगा जहान; खुशियाँ बाँटो एक दूसरे के संग; रास आए आपको सालगिरह का हर रंग! सालगिरह मुबारक हो! |
चाँदनी रात में बरसात बुरी लगती है; घर में हो लाश तो बारात बुरी लगती है; ख़ुशी में मेरे दोस्त कुछ भी कह दो; लेकिन ग़म में तो हर बात बुरी लगती है। शुभ रात्रि! |