आपका मुस्कुराना हर रोज़ हो; कभी चेहरा कमल तो कभी रोज़ हो; 100 पल ख़ुशी 1000 पल मौज हो; बस ऐसा ही हर दिन आपका हर रोज़ हो! शुभ सप्ताहांत! |
आप दोनों की जोड़ी कभी ना टूटे; खुदा करे आप एक दूसरे से कभी ना रूठें; यूँ ही एक होकर आप यह ज़िंदगी बिताएं; खुशियों के एक पल भी ना कभी छूटें! सालगिरह मुबारक हो! |
बिंदास सोने का, रपचिक सपने देखने का; भूत को नहीं देखने का, बोले तो आईना नहीं देखने का; और चादर ओढ़ के फुलटॉस सो जाने का, बोले तो गुड नाईट! शुभ रात्रि! |
एक नई सी सुबह चुरा के लाए हैं; दिल में एक नया एहसास भरने आए हैं; नींद की ख़ामोशी में जो लिपटे हुए हैं; उन्हें प्यार से जगाने आए हैं! सुप्रभात! |
सूरज रौशनी लेकर आया, और चिड़ियों ने गाना गाया; फूलों ने हंस हंस कर बोला, 'मुबारक हो तुम्हारा जन्म दिन आया!' जन्म दिन मुबारक हो! |
काजल सी खामोश रातों में भी दिल में रौशनी जगमगाने लगती है; जब आप जैसे दोस्त का ख्याल आता है तो, हौले से यह दिल कहता है शुभ रात्रि! शुभ रात्रि! |
ताज़ी हवा में फूलों की महक हो; पहली किरण में चिड़ियों की चहक हो; जब भी खोलो तुम अपनी पलकों को; उन पलकों में बस ख़ुशियों की झलक हो! सुप्रभात! |
बादल बहुत गरजा मगर बरसात नहीं आई; दिल ज़ोर से धड़का मगर आवाज़ नहीं आई; सालगिरह का दिन बगैर हिचकी के गुज़र गया; लगता है आपको हमारी याद नहीं आई! सालगिरह मुबारक हो! |
वो फूलों वाला तकिया मोड़ के सोना; सपनों की रजाई ओढ़ के सोना; रात को ख्वाबों में हम भी आएंगे; इसीलिए थोड़ी जगह छोड़ के सोना। शुभ रात्रि! |
नूर से आज चाँद भी शरमाया है; आप की दोस्ती ने ऐसा गजब ढाया है; ख़ुदा से क्या मांगू आपको; ख़ुदा ने भी खुद आप जैसा दोस्त मंगाया है। सुप्रभात! |