प्रीति ने 12 साल पहले मैगी का विज्ञापन किया था। उन्होंने बुधवार को ट्विटर पर इस मसले पर अपने विचार जाहिर किए। इस दौरान वह थोड़ी सी उलझन में लगीं।
प्रीति ने ट्वीट में लिखा, "अपने बारे में खबर पढ़ रही हूं। 12 साल से अधिक समय पहले मैगी का एकविज्ञापन करने के लिए मुझ पर मुकदमा चलाया जा रहा है? 12 साल पहले..? यह कैसे हुआ?"
उल्लेखनीय है कि खाद्य नियामक खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मैगी के नमूने जांच के लिए भेजे थे। उसने जांच में सीमा से अधिक मोनोसोडियम ग्लूटामेट या एमएसजी एवं लेड मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक स्थानीय अदालत में नेस्ले इंडिया के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया है।