हेमा (66) ने ट्विटर पर लिखा, "काश! बच्ची के पिता ने यातायात नियमों का पालन किया होता, तो यह हादसा टल सकता था और एक नन्ही जान बच सकती थी।"
उन्होंने लिखा, "मेरा दिल दुर्घटना में बेवजह मारी गई उस बच्ची के लिए रोता है और उसके परिजनों के लिए दुखी है।"
पिता को दोषी ठहराए जाने से खफा मृतक बच्ची की मां शिखा खंडेलवाल के अंकल बी.के.गुप्ता ने हेमा के लिए कई सवाल खड़े कर दिए।
बी.के. गुप्ता ने आईएएनएस को बताया, "हमें समझ नहीं आ रहा है कि हेमा मालिनी छह दिन बाद इस मामले को क्यों उठा रही हैं। इतने दिनों से वह कहां थीं? दुर्घटना दो जुलाई को हुई थी। अब दोबारा क्यों इस मामले को उठाया जा रहा है?"
उन्होंने अभिनेत्री के उस दावे को भी गलत बताया, जिसके अनुसार, उनकी तेज रफ्तार मर्सिडीज और परिवार की ऑल्टो कार में टक्कर बच्ची के पिता द्वारा यातायात नियमों का पालन न करने की वजह से हुई।
गुप्ता ने कहा, "कार ने इंडीकेटर दिया था और उसके बाद मुड़ी थी। हमारे परिवार वाले सही से गाड़ी चला रहे थे।"
उन्होंने कहा कि हेमा मालिनी अपने शुरुआती बयान से पीछे हट रही हैं।
उन्होंने कहा, "हमें नहीं मालूम कि वह बयान से क्यों मुकर रही हैं।"
हेमा ने तीन जुलाई को इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया था और कहा था कि उन्हें मासूम बच्ची की मौत से बेहद दुख पहुंचा है।
उल्लेखनीय है कि दो जुलाई को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-11 पर हेमा मालिनी की कार की विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य कार से टक्कर हो गई थी, जिसमें उन्हें काफी चोट आई। वहीं, दूसरी कार में बैठी एक बच्ची की मौत हो गई। कार हेमा का चालक महेश ठाकुर चला रहा था। महेश को तीन जुलाई को तेजी और लापरवाही से कार चलाकर जान लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।