फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली फिल्म में मराठा साम्राज्य की जो शान है उसे फिल्म में भी बड़े स्तर पर दिखाना चाहते है और इसीलिए वे हर छोटी बड़ी चीजो का बहुत ही बारीकी से ध्यान रख रहे है, इसीलिए उन्होंने "दीवानी मसानी' गाने में पोवाडा के लिए खास तौर पर काफी अभ्यास किया उसके पश्चात पोवाडा लिखने वालो से विशेष तौर पर पोवाडा लिखवाया गया, यह पोवाडा इतना अच्छा बना है की वह गीत को और भी उल्लेखनीय बना रहा है । अगर पोवाडा की बात करे तो यह खास मराठी भाषा में होता है , पोवाडा का मतलब एक शौर्य गीत होता है जो किसी राजा या योद्धा के पराक्रम को गीत स्वरूप बयान करता है।