दत्ता ने बताया, `मैं एक उपन्यास लिख रही हूं। यह एक काल्पनिक कहानी है, जिसमें काफी नाटकीयता भी है। वर्ष के मध्य तक इसके आने की उम्मीद है।`दिव्या ने कहा कि उन्हें लेखन बेहद पसंद है, लेकिन वे शुरू से ही जनती थीं कि अभिनय का क्षेत्र ही उनकी सही मंजिल है।
अभिनेत्री ने कहा, `मैं अपने स्कूल की हेडगर्ल थी। एक बार स्कूल में मुझसे पूछा गया कि मैं बड़े होकर क्या बनना चाहती हूं, जिस पर मैंने कहा कि मैं अभिनेत्री बनना चाहती हूं। तब मुझे कहा गया था कि मैं ऐसी कहानियां न गढूं, लेकिन वर्षो बाद वे सब मुझसे मिलने मुंबई आए और सबने कहा कि उन्हें मुझ पर गर्व है।`