सोनम फिल्म-निर्माता अतुल कासबेकर, निर्देशक राम माधवानी और टीम के साथ 13 जनवरी को चंडीगढ़ जा रही हैं। वहां वे हर साल दिए जाने वाले नीरजा भनौट ब्रेवरी अवार्ड कार्यक्रम में शामिल होंगे। नीरजा भनौट अवार्ड हर साल उस महिला को दिया जाता है, जो सामाजिक अन्याय का सामना धैर्य और एकाग्रता से करती है। साथ ही अन्य महिलाओं को भी उनका सामना करने के लिए प्रेरित करती है। यह अवार्ड 'द नीरजा भनौट पैन एम ट्रस्ट ऑफ इंडिया' की ओर से दिया जाता है। पुरस्कार के साथ 15 लाख रुपये नकद और ट्रॉफी प्रदान की जाती है। यह अवार्ड 1990 से प्रदान किया जा रहा है।
नीरजा भनौट ने 1986 में अपनी जान देकर सैकड़ों यात्रियों की जान बचाई थी। कुछ हथियारबंद आतंकियों पैन एम 73 विमान को करांची से अगवा कर लिया था। इस उड़ान के चालक दल के सदस्य और पायलट विमान छोड़कर भाग गए थे। ऐसे में नीरजा ने ही अपनी सूझबूझ और साहस से लोगों की जान बचाई थी। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उत्साहित सोनम ने कहा, "टीम के साथ नीरजा के सगे भाई भी होंगे। जिसके किरदार को निभाया, उन लोगों के साथ होना काफी अलग महसूस कराता है।"
राम माधवानी-अतुल कासबेकर ने नीरजा की कहानी को घर-घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। फिल्म के ट्रेलर को लोगों ने काफी पसंद किया है। फिल्म इंडस्ट्री में नीरजा के ट्रेलर की काफी सराहना हुई है। निर्देशक राम माधवानी ने कहा, "मैं अतुल-सोनम और टीम के साथ चंडीगढ़ में होने वाले नीरजा ब्रेवरी अवार्ड कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा हूं। मेरे लिए यह काफी भावुक और यादगार पल होगा। नीरजा और उनके जैसे वीरों की वीरता को मेरा सलाम, जिनके लिए यह अवार्ड है।"