माधवन से जब दोनों फिल्मों के बीच संबंध के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "इन दोनों फिल्मों में कोई नाता नहीं है। दोनों फिल्मों के कुछ तथ्य हैं, जो मिलते हैं, लेकिन पूरी फिल्म समान नहीं है।" उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर 'साला खड़ूस', 'चक दे इंडिया' से नहीं मिलती। इन दोनों फिल्मों में कोच की भूमिका ही एक समान तथ्य है। इसके अलावा इसमें कोई समानता नहीं है।"
फिल्म का निर्माण राजकुमार हिरानी फिल्म्स, यूटीवी मोशन पिक्च र्स और ट्राइकलर फिल्म्स ने साथ मिलकर किया है। यह फिल्म माधवन के किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है। माधवन ने कहा कि उन्हें फिल्म में सेवानिवृत्त मुक्केबाज की भूमिका के लिए काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, "मैंने अमेरिका जाकर डेढ़ साल तक काफी प्रशिक्षण लिया, क्योंकि एक सामान्य मुक्केबाज और सेवानिवृत्त मुक्केबाज की 'बॉडी' में काफी अंतर होता है।"