राम माधवानी निर्देशित यह फिल्म मुंबई-न्यूयॉर्क की उड़ान में फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट के इर्द गिर्द घूमती है। आतंकवादियों ने उनकी उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह यात्रियों की जान बचाने की कोशिश कर रही थी।
पाकिस्तान के कुछ अखबारों में 'नीरजा' के विज्ञापन से पता चला था कि कई सिनेमाघरों में 19 फरवरी को फिल्म प्रदर्शित की जाएगी। बाद में वाणिज्य मंत्रालय ने फैसला बदल दिया। यह मंत्रालय फिल्म आयात करने के लिए अधिकृत है।
आइएमजीसी इंटरटेनमेंट के एक अधिकारी ने बताया, 'मंत्रालय ने हमें फिल्म आयात करने और पाकिस्तान में लाने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी किया था लेकिन बाद में एनओसी को रद कर दिया गया।' सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सेंसर के प्रमुख मोबाशेर हसन ने कहा कि यह फैसला सूचना और वाणिज्य मंत्रालय की ओर से लिया गया है।