अपने प्रेरणास्रोत के बारे में अब्दुल्ला ने बताया, ''मुझे महसूस हुआ कि लॉकडाउन के चलते बहुत से लोगों के पास जरूरत का सामान भी नहीं था। सबसे बड़ी चुनौती थी आमदनी का ज़रिया न होना और लॉकडाउन की वजह से लोगों का अपने घरों में कैद होना।'' अब्दुल्ला ने बताया कि यह देखकर उन्हें महसूस हुआ कि उन तमाम ग्रामीणों के वह कर्जदार हैं जिनके सहयोग और प्रोत्साहन की वजह से ही उन्होंने शॉर्ट वीडियो ऍप VMate पर वीडियो डालने शुरू किए और अपार लोकप्रियता हासिल की। वे इस शॉर्ट वीडियो ऍप VMate के जरिए हर महीने करीब 2 लाख रु की कमाई कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें लगा कि इस कमाई का इस्तेमाल वह यह सुनिश्चित करने के लिए कर सकते हैं कि उनके गांव में और आसपास के अन्य स्थानों पर कोई भी भूखा न सोए।
इस विचार से प्रेरित अब्दुल्ला ने मुरादाबाद, रामपुर और बरेली जिलों के गांवों में लोगों को राशन तथा अन्य ज़रूरी सामग्रियों के पैकेट बंटवाने शुरू किए। वे अलग-अलग पैकेटों में दाल, चावल और आलू पैक कर उन्हें ग्रामीणों को वितरित करते हैं। साथ ही, वे उन बुजुर्गों या अन्य लोगों की आर्थिक सहायता भी करते हैं जिनके पास रोजी-रोटी का कोई साधन नहीं है। वह अब तक 7000 किलोग्राम आटा, 4300 किलोग्राम चावल और 6500 किलोग्राम आलू बंटवा के हैं। इस पूरे वितरण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग मानकों का भी पालन किया जाता है और होम डिलीवरी करवायी जाती है। इतना ही नहीं, अब्दुल्लाह को पशुओं से भी बेपनाह मौहब्बत है और वह हर दिन उन्हें खाना खिलाते हैं।आमतौर पर अब्दुल्ला अपने ज्यादातर परोपकारी कार्यों को लोगों को बताने से परहेज़ करते हैं लेकिन उन्होंने अपनी पहल से जुड़े कुछ वीडियो शॉर्ट वीडियो ऍप VMate पर डाले हैं, जिन्हें ऍप यूज़र्स ने काफी सराहा है। इन वीडियो में अब्दुल्ला स्वास्थ् संबंधी मानकों का पालन करते हुए दिख रहे हैं जैसे कि वे मास् और ग्लव्स पहने हुए हैं। एक वीडियो में अब्दुल्ला अपने पिता के साथ हैं और घोषणा कर रहे हैं कि वे जरूरतमंद लोगों के लिए हर दिन दोपहर के खाने का बंदोबस्त करेंगे। एक अन्य वीडियो में, अब्दुल्ला अपनी कार में हैं और एक ऐसे इलाकें में जा रहे हैं जहां से दो लोगों के बीमार होने की सूचना आयी है।
अब्दुल्ला की इस नई भूमिका में इस तथ्य ने भी अहम् भूमिका निभायी कि उन्हें शॉर्ट वीडियो ऍप VMate पर क्रिएटर के तौर पर जबर्दस्त कामयाबी मिली है। इससे न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ा है बल्कि उन्हें यह भी बखूबी अहसास हुआ कि लोग जरूरत के वक़्त अमूमन उन लोगों की ओर देखते हैं जो लोकप्रिय होते हैं। अब्दुल्ला के फौलोअर्स की गिनती लाखों में है और वे उन्हें उनकी फिटनेस तथा बढि़या एक्टिंग के लिए पसंद करते हैं। इस साल के रू नकी लोकप्रियता का ग्राफ उस वक्त तेजी से चढ़ा था जब उन्होंने शॉर्ट वीडियो ऍप VMate पर नए साल के मौके पर लॉन्च किए गए कैम्पेन #SunnyKaNewYearCall में भाग लिया और सनी लियोनी के साथ डेट पर जाने का मौका भी जीता। अब्दुल्ला पठान जैसे लोग ही हैं जो उन तमाम लोगों के लिए इस कठिन दौर में जीने की राह आसान बना रहे हैं जो लॉकडाउन की वजह से इस समय असहाय हो गए हैं। ऐसे लोग ही वाकई दुनिया को रहने की बेहतर जगह बनाते हैं।