निर्देशक: राम माधवानी, संदीप मोदी
रेटिंग: ***1/2
स्पैनिश वेब सीरीज पेन्ज़ा पर आधारित हॉटस्टार की सीरीज आर्या एक ऐसी महिला की कहानी है जो अपने पारिवारिक बिज़नस का शिकार हो जाती है। संदीप सिंह श्रीवास्तव और अनु सिंह चौधरी द्वारा लिखित यह एक क्राइम थ्रिलर मनोरंजन की डिजिटल दुनिया में पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन की डेब्यू है|
आर्या एक माफिया परिवार के चारों ओर घूमती है, जो अफीमी दवाओं का कारोबार में सक्रीय है| सुष्मिता सेन हमें यहाँ आर्या के किरदार में नज़र आई हैं जो अपने पति और दो बच्चों के साथ खुशहाल ज़िन्दगी बिता रही है लेकिन उसकी खुशियों पर ग्रहण तब लग जाता है जब एक दिन उसके पति (चंद्रचूर सिंह) की हत्या कर दी जाती है| इसके बाद घर और बच्चों के साथ सारे बिज़नस की ज़िम्मेदारी भी आर्या पर आ जाती है और एक आम घरेलु पत्नी कैसे बदला लेने के लिए खूंखार बन जाती है ये कहानी है हॉटस्टार स्पेशलस की आर्या की |
आर्या में लम्बे समय के बाद सुष्मिता सेन का बेहद दमदार अवतार देखने को मिलता है जिससे देख कर आपसे उनकी तारीफ किये बिना रहा नहीं जाएगा. ये वेब सीरीज शुरू से लेकर अंत तक आपको बखूबी एंटरटेन करती है| सीरीज में ड्रामा, थ्रिल और सस्पेंस का ज़बरदस्त मिश्रण है जो आपको बाँध कर रखता है| राम माधवानी के निर्देशन ने इसके पात्रों और कहानी के साथ भरपूर न्याय किया है।
सुष्मिता सेन आर्या के रूप में विनम्र, सुंदर और जब जरूरत होती है, आत्मविश्वासी और चालाक भी लगी है। वह स्क्रीन पर पूरी तरह से अपने किरदार में डूबी हुई नज़र आती हैं जो की शानदार है। उन्होंने अपने किरदार के हर पहलु को बड़ी ख़ूबसूरती से परदे पर पेश किया है चाहे वह एक आदर्श मां हो, पत्नी हो या फिर एक आदर्श व्यवसायी हो|।
विकास कुमार 'खान' के रूप में बहुत अच्छे लगे हैं, जबकि सिकंदर खेर भी अपने रहस्यमयी किरदार 'दौलत' के रूप में हैरान करते हैं। युवा और संवेदनशील 'आदि' का किरदार निभाने वाले प्रत्यूष पंवार एभी एक बढ़िया प्रदर्शन देते हैं।
आर्या के पति 'तेज' के किरदार में चंद्रचूर सिंह भी सटीक हैं। यहां तक कि सहायक कास्ट में फ्लोरा सैनी, नमित दास, मनीष चौधरी, अंकुर भाटिया ने भी बेहद शानदार काम किया है और वे पूरी तरह से अपने किरदारों में घुसे हुए दिखते हैं।
बैकग्राउंड स्कोर अपना काम करता है और बैकग्राउंड में ही रहता है। आर्या की कहानी राजस्थान में सेट है और इसलिए आपको ये वहां की अलंकृत हवेलियों और खूबसूरत विरासत से भी रूबरू करवाती है जो की सिनेमेटोग्राफी के कमाल को दर्शाता है |
शब्दों और किरदारों की भाषा पर भी ख़ासा ध्यान दिया गया है और यहाँ बिना कारण के गालियाँ या अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं देखने को मिलता| सिर्फ किर्दाकार की मांग हो तभी ऐसा होता है जो की कहानी को और असली टच देता है | आर्या का संगीत औसत है और एक क्राइम थ्रिलर के हिसाब से ठीक है|
कुल मिलाकर, आर्या पूरी तरह से एक सुष्मिता सेन शो है क्यूंकि शुरू से अंत तक वे परदे पर छाई रहती हैं । आर्या एक प्रभावशाली कहानी है जो की खुद को एक प्रभावशाली ढंग से स्क्रीन पर पेश करती है और आपका दिल जीत लेती है। अगर क्राइम-थ्रिल्लर्स के शौक़ीन हैं तो इसे ज़रूर देखें|