इसके बाद कंगना ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद उसी दिन कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी| उसके बाद 15 सितंबर को कंगना रनौत ने अपनी संशोधित याचिका में बीएमसी की कार्रवाई को लेकर मुआवजे के रूप में दो करोड़ रुपये की मांग की थी| इस मामले में सुनवाई 23 सितंबर को रखी गई थी, परन्तु आज भारी बारिश के चलते सुनवाई नहीं हो पाई है|
कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच ये पूरा बवाल सुशांत मामले को लेकर चल रही जुबानी बहस से शुरू हुआ था| इस बहस में कंगना शिवसेना पर, और शिवसेना कंगना पर निशाना साधते चले आ रहे थे|
इसी बीच कंगना ने महाराष्ट्र आने की बात पर कहा कि रोक सको तो रोक लो, उधर शिवसेना के हजारों समर्थक एयरपोर्ट पर कंगना वापस जाओ के नारे लगाने लगे और इधर बीएमसी ने कंगना के ऑफिस पर तोड़फोड़ कर दी| अब तो समय ही बताएगा कि कंगना बनाम बीएमसी की लड़ाई कहाँ जाकर खत्म होती है|