AIIMS के अपराध विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने पिछले सप्ताह कहा था कि मेडिकल बोर्ड ने सुशांत सिंह की मौत के विषय में हत्या से इनकार किया है और इसे 'फांसी लगाकर आत्महत्या' करार दिया है। वहीं अब एम्स ने अपने बयान में कहा, 'दिल्ली के एम्स के फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सीकॉलोजी विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने एक मेडिकल बोर्ड बनाया था क्योंकि सीबीआई ने उनसे सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में विशेषज्ञों की राय प्रदान करने का अनुरोध किया था। अब इस मामले में सीबीआई, सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है या उनकी हत्या हुई है, दोनों तरीकों से जाँच करेगी|
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर राजीव नगर थाना कांड संख्या 241/ 20 की सीबीआई जांच की सिफारिश मंगलवार को केन्द्र सरकार को भेज दी गई थी। माना जा रहा है कि जल्द ही सीबीआई इस मामले में नई एफआईआर दर्ज कर तहकीकात शुरू कर सकती है। सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच कई बिंदुओं पर कर सकती है। जानकारों के मुताबिक सबसे पहले सुशांत की मौत आत्महत्या है या हत्या। यदि उसने आत्महत्या की तो इसकी वजह क्या है। क्या इसके पीछे कोई साजिश थी, जिसने सुशांत को इस कदर परेशान कर दिया कि उसने आत्महत्या कर ली। या फिर उसके साथ रहने वाले कुछ लोगों ने साजिश के तहत उसे आत्महत्या करने को विवश कर दिया।
सुशांत की करीबी महिला मित्र रिया चक्रवर्ती का पूरे घटनाक्रम में क्या रोल रहा। इस आत्महत्या से किसे फायदा हो सकता था और उसके बैंक खाते से ट्रांसफर किए गए पैसे का क्या हुआ। ऐसे कई सवाल हैं जिसका जवाब सीबीआई ढूंढ़ने का प्रयास करेगी। सुशांत की मैनेजर रही दिशा सालियान की मौत को लेकर भी तहकीकात हो सकती है, क्योंकि बताया जाता है कि इस घटना के बाद से ही सुशांत काफी परेशान थे।
अगर आपको पता हो कि सुशांत की आत्महत्या को लेकर उसके पिता कृष्ण किशोर सिंह ने पटना के राजीवनगर थाने में कांड संख्या 241/20 दर्ज कराई है। 25 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई गई थी, इसमें आईपीसी की धारा 341, 342, 380, 406, 306, 420, 506 और 120 (बी) की धाराएं लगी हैं। सुशांत की महिला मित्र एवं अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, उसके माता-पिता और भाई समेत 6 लोगों का नाम गया था। इसी केस की जांच सीबीआई से करने को कहा गया है।
राजीवनगर थाने में दर्ज मामले की जांच के लिए पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुबंई गई है। जांच टीम को मुंबई पुलिस सहयोग नहीं कर रही थी। इसके बाद आईपीएस अफसर और पटना के सिटी एसपी (मध्य) विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया, लेकिन बीएमसी ने उन्हें नियमों का हवाला देते हुए जबरन क्वारंटाइन कर दिया। इसको लेकर राज्य सरकार और बिहार पुलिस में खासी नाराजगी देखी गई। इस बीच सुशांत के परिजनों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।